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जया प्रदा के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल में आजम खां पर मुकदमा दर्ज

समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां के खिलाफ भाजपा प्रत्याशी फिल्म अभिनेत्री जया प्रदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में केस दर्ज किया गया है। रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां के साथ मुरादाबाद के सांसद एसटी हसन भी जया प्रदा के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने के मामले में इन दिनों चर्चा में हैं।

मुरादाबाद के सांसद एचटी हसन ने रविवार को एक कार्यक्रम में जया प्रदा के खिलाफ टिप्पणी की थी। आजम खां ने 29 जून को रामपुर में एक क्रिकेट प्रतियोगिता में जया प्रदा के खिलाफ बेहद ही आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। आजम खां के साथ मुरादाबाद के सांसद एसटी हसन ने एक कार्यक्रम में जया प्रदा के खिलाफ टिप्पणी की थी। जया प्रदा की शिकायत पर आजम खां के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

आपत्तिजनक बयानबाजी में आजम पर मुकदमा

सांसद आजम खां के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी का एक और मामला दर्ज हुआ है। पूर्व सांसद के करीबी और भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयोजक आकाश सक्सेना ने सिविल लाइंस कोतवाली में कराया है। उन्होंने रिपोर्ट में कहा है सांसद 29 जून को क्रिकेट ट्राफी वितरण समारोह में शामिल हुए थे। यहां उन्होंने मंच से पूर्व सांसद को गालियां दीं। उनके बारे में भद्दे कमेंट किए। इससे समस्त महिला जाति का अपमान हुआ है। सांसद और उनके पुत्र अदीब आजम समेत 11 सपाइयों के खिलाफ आइपीसी की धारा 294 (अश्लील टिप्पणी करना), 504 (गाली देना) और आइटी एक्ट में मुकदमा किया गया है।

यह थे आजम और एसटी हसन के बिगड़े बोल

मुरादाबाद के सपा सांसद एसटी हसन ने रविवार रात मुरादाबाद में हुए एक कार्यक्रम में पूर्व सांसद जयाप्रदा पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा था कि आज के दौर में भी उन्हें चार लाख के करीब वोट मिल गए। उधर, रामपुर से सपा सांसद आजम खां ने 29 जून को एक स्थानीय क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल मैच के दौरान बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। एक आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग करते हुए उन्होंने कहा था कि, समाज में इस लब्ज को मोहतरम मान लिया जाएगा। क्या तरक्की करेगा वह समाज और कैसे सिर उठाकर जीएगा। उन्होंने आगे कहा कि, कहते थे कि आजम जीत गए तो जड़ से नाक निकल जाएगी। नाक नहीं जाने क्या-क्या निकल गई। आजम खां ने जया प्रदा को लेकर बेहद आपत्तिजनक और भारतीय सभ्यता की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले शब्द प्रयोग किए थे।

आजम खां ने कहा था कि मैं *** शब्द का खास तौर पर इस्तेमाल कर रहा हूं। जान रहे हैं लोग ये लफ्ज कहां जाकर लग रहा है। समाज में इस लफ्ज को मोहतरम मान लिया जाएगा, तो समाज कैसे तरक्की करेगा और कैसे सर उठाकर चलेगा। बयान में आजम खां ने आगे कहा था कि अब शरीफों की इज्जत ऐसे लोग उतारेंगे। ऐसे लोग अपने आपको देवी देवता बतायेंगे। हमारे मरे हुए मां-बाप तीन दिन तक टेलेविजन पर डिस्कस किये जायेंगे। देखा आपने अंजाम क्या हुआ। कितना पैसा खर्च हुआ। कहते थे कि अगर आजम खान जीत गया तो नाक निकल जाएगी। यहां हमने खुद कहते सुना है कि पूरी बीजपी हार जाती, लेकिन आजम खां नही जीतता। हम इतने बुरे हैं सिर्फ इस लिए की हम बच्चों को पढ़ाते है।

आजम व एचटी हसन पर बिफरीं जया प्रदा

मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने रविवार रात एक कार्यक्रम में पूर्व सांसद जयाप्रदा के लिए आपत्तिजनक शब्द कहे। इससे पहले 29 जून को सपा सांसद आजम खां ने भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। कल सोमवार को रामपुर पहुंचीं पूर्व सांसद जयाप्रदा आजम खां और एसटी हसन पर जमकर बिफरीं। मीडिया के सामने उन्होंने दोनों सांसदों पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह दोनों को छोड़ेंगी नहीं। दोनों के खिलाफ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगी। इसके अलावा थाने में मुकदमा भी कराएंगी।

पूर्व सांसद जयाप्रदा लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में मीडिया से बात कर रही थीं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि जब भी रामपुर आती हूं तो मेरे ऊपर व्यक्तिगत हमला होता है। अभद्र टिप्पणी की जाती है। पूर्व सांसद ने कहा कि दोनों सपा नेताओं ने उनके खिलाफ मंच से अशोभनीय टिप्पणी की है। यह मेरा नहीं, बल्कि सभी महिलाओं का अपमान है। मैं इन नेताओं के डर से खामोश नहीं बैठूंगी। इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराऊंगी। आपत्तिजनक टिप्पणी करने में आजम के खिलाफ सिर्फ इस लोकसभा चुनाव में 14 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।

अपने बयान पर अड़े एसटी हसन

मुरादाबाद से सपा सांसद डॉ.एसटी हसन अपने बयानों को लेकर इन दिनों चर्चा में है। उनके बयानों पर रामपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रहीं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा इतनी नाराज हैं कि उन्होंने मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है। वहीं डॉ.एसटी हसन अपने बयान पर काबिज हैं।

उन्होंने फोन पर दैनिक जागरण से कहा कि उनके जिस शब्द को आपत्तिजनक बताया जा रहा है उसे कानूनी रूप से गलत नहीं ठहराया गया है। यह शब्द भारतीय दंड संहिता के अनुसार जातिसूचक नहीं है, तो ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर किस धारा के तहत पुलिस मुकदमा दर्ज करेगी।

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