दूरसंचार क्षेत्र में सेवाएं दें वाली कंपनियां Airtel और Telenor का जल्दी ही विलय होने वाला है. बताया गया है कि इसके विलय को मंजूरी मिल गयी है . दूरसंचार सेवाएं देने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी भारती एयरटेल में इसी क्षेत्र की कंपनी टेलीनॉर के विलय को पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के साथ ही बी.एस.ई. और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एन.एस.ई.) ने मंजूरी दे दी है.
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इसके बारे में जानकारी देते हुए एयरटेल ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि सेबी के साथ ही देश के दोनों प्रमुख शेयर बाजारों ने भी इस विलय के प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है. टेलीनॉर इंडिया और एयरटेल ने इन अनुमोदनों के मद्देनजर अब राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण की दिल्ली पीठ में भी विलय के प्रस्ताव को मंजूरी के लिए आज ही आवेदन कर दिए हैं. इस विलय के लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की मंजूरी भी लेनी होगी. जिसके बाद यह कंपनी पूरी तरह अधिग्रहित हो जाएगी.
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बता दे कि एयरटेल देश में सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी के रूप में स्थापित है. वही टेलीनॉर इंडिया देश के दूरसंचार सर्किलों आंध प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, यूपी वेस्ट और असम में अभी अपनी सेवायें दे रही है. अधिग्रहण के लिए एयरटेल ने इस वर्ष फरवरी में टेलीनॉर इंडिया के अधिग्रहण के लिए टेलीनॉर दक्षिण एशिया इनवेस्टमेंट पीटीई लिमिटेड के साथ निश्चित करार किया था जिसके बाद अब SEBI, BSE और NSE से भी मंजूरी मिल गयी है.