उत्तर प्रदेश

जल संकट से निपटने के लिए वर्षा जल संचयन जरूरी

कानपुर: जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने निरंतर गहराते जा रहे जल संकट से निपटने के लिये वर्षाजल का संचयन को बेहद जरूरी बतया है। श्रमिक भारती द्वारा विकास भवन में आयोजित चौपाल की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि गर्मियों में खेतों को सर्वाधिक पानी की जरूरत होती है तब कुएं और नलकूप सूख जाते हैं। ऐसे में ग्रामों में जल संकट और गहरा हो जाता है। इस संकट से निपटने के लिये हमें बरसात के मौसम में जल संचय करना चाहिये जिससे पानी की कमी से निपटा जा सके।

उद्योगों तथा घरों से निकलनेवाले प्रदूषित जल को बिना उपचार किये सीधे नदी में डालने से न केवल नदी का जीवन प्रभावित होने अपितु नदी का पानी भूजल के माध्यम से पीने तथा सिंचाई के पानी को भी प्रदूषित कर देने की बात कहते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इसके परिणाम स्वरूप तटीय लोगों तथा पशुओं को जानलेवा बीमारियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हम सभी प्रदूषणमुक्त गंगा हेतु सामूहिक प्रयास करें तथा निर्मल गंगा हेतु अपना योगदान सुनिश्चित करें। घरों तथा उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषित जल हेतु उपचार प्रणाली को अपनायें। जिलाधिकारी ने कहा कि बारिश के मौसम में जब गंगा नदी में काफी पानी आ जाता है तब गंगा नदी का पानी खेती तथा पीने के पानी के नलकूपों को रिचार्ज करता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन के कारण अधिक वर्षा समय में हो जाती है।

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