ज़मीन पर बैठकर खाना खाने के फायदे जानकर आप भी शुरू कर देंगे ऐसे खाना…
आपने अक्सर ही घर के बड़े-बुजुर्गों को ये कहते सुना होगा कि अपने वक्त में तो हम ज़मीन पर बैठकर ही खाना खाया करते थे, उसकी तो बात ही कुछ और थी। आपने भी कभी किसी धार्मिक प्रसंग में या कभी कहीं और, ज़मीन पर बैठकर खाना खाया होगा लेकिन ये आपकी रोज़ की आदतों में शुमार नहीं होगा।
वैसे इसमें ग़लती आपकी भी नहीं है, आजकल के ज़माने में शायद ही कोई फैमिली ऐसी होगी जहां लोग ज़मीन पर बैठकर खाना खाते होंगे लेकिन आज ज़मीन पर बैठकर खाना खाने के जो फायदे मै आपको बताने जा रही हूं, उसे पढ़ने के बाद आप ज़रूर ज़मीन पर बैठकर खाना शुरू कर देंगे और ऐसा करना भी चाहिए क्योकि इसके फायदे हैं ही बड़े कमाल के, आइए जानते हैं।
ज़मीन पर बैठकर खाना खाने के फायदे
लिमिट में करते हैं भोजन-
जब आप ज़मीन पर बैठकर खाना खाते हैं तो आपके पेट और पैरों की मुद्रा कुछ इस प्रकार बनती है कि आपको कम भोजन में ही पेट भरने का एहसास होता है और इससे आप ज़रूरत से ज्यादा खाने से बच जाते हैं।
पाचन ठीक होता है-
जब आप ज़मीन पर बैठकर खाना खाते हैं तो आपका पाचन भी काफी हद तक सुधर जाता है।
वजन होता है कंट्रोल-
जब आप पालती मारकर ज़मीन पर बैठते हैं और उसी अवस्था में खाना खाते हैं तो आप अच्छी तरह से भोजन पर ध्यान देते हैं और इससे वजन नियंत्रित रहता है।
दिल को मज़बूती देता है-
जब आप ज़मीन पर बैठकर खाना खाते हैं तो रक्त प्रवाह सही गति में होता है और इससे दिल, पाचन क्रिया में सहायक सभी अंगों तक आसानी से खून पहुंचा देता है जबकि कुर्सी-मेज़ पर खाने की स्थिति में ब्लड सर्कुलेशन अपोज़िट होता है।
बढ़ती है उम्र-
ज़मीन पर बैठकर खाने से उम्र बढ़ती है क्योकि ज़मीन पर बैठकर आप जिस मुद्रा में खाते हैं उसे सुखासन कहते हैं और जब आप रोज़ सुखासन करते हैं तो आपका शरीर लचीला रहता है और आप बिना सहारे के उठ बैठ पाते हैं।
पेट की मांसपेशियां सुचारू रूप से चलती हैं-
जब आप ज़मीन पर बैठकर खाते हैं तो खाने को मुंह में लेने के लिए आप आगे की तरफ झुकते हैं जिससे पेट की मांसपेशियां सक्रिय रहती हैं।
बॉडी पॉस्चर ठीक रहता है-
अगर आप पद्मासन या सुखासन की मुद्रा में ज़मीन पर बैठकर खाना खाएंगे तो आपका बॉडी पॉस्चर सुधरेगा। शरीर में लचीलापन आएगा और स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।
मुझे लगता है कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप भी मेरी बात से इत्तेफाक रखेंगे और खाना ज़मीन पर बैठकर ही खाएंगे। वैसे अगर आप खुद ही इस बात को आज़माएंगे तो कुछ ही दिनों में आपको खुद फायदा नज़र आने लगेगा।