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जाट आंदोलन के दौरान बसों से खींचकर 10 महिलाओं से गैंगरेप, निर्वस्त्र करके खेतों में ही छोड़ा!

104432-mrth-gng-7दस्तक टाइम्स एजेंसी/नई दिल्ली/चंडीगढ़ : जाट आंदोलन के दौरान महिलाओं के साथ गैंगरेप की खबरों से हड़कंप मच गया है। मीडिया में सामने आई कुछ रिपोर्टों के अनुसार, बीते हफ्ते से हरियाणा में चल रहे जाट आंदोलन के दौरान मुरथल हाईवे पर कथित रूप से 10 महिलाओं के साथ गैंगरेप की एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है।

 इन रिपोर्टों में एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि सोनीपत जिले में नेशनल हाईवे-1 पर बीते सोमवार की सुबह कुछ वाहनों को रोककर (जिनमें बसें भी थी) उनमें सवार महिलाओं के साथ खेतों में ले जाकर सामूहिक बलात्कार किया गया। गैंगरेप के बाद पीडि़त महिलाओं को निर्वस्‍त्र करके वहीं खेतों में छोड़ दिया।
 
इन रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि 17 फरवरी की सुबह चार बजे के करीब 30 उपद्रवियों ने मुरथल के पास एनएच-1 पर एनसीआर जाने वाले वाहन रोके और कुछ को आग लगा दी, जिसमें बस भी शामिल थे। कई लोग भाग गए पर कुछ महिलाएं रह गईं। उपद्रवियों ने इनके कपड़े फाड़ दिए। इसके बाद कुल 10 महिलाओं से गैंगरेप किया गया। रिपोर्टों के अनुसार, चश्मदीदों के मुताबिक, रेप के बाद महिलाओं को खेतों में ही छोड़ दिया। निकटवर्ती गांव के लोग कपड़े और कंबल लाए और जिसके बाद पीडि़ताओं ने खुद को ढका। हालांकि घटना की सूचना पर अधिकारी भी मौके पर पहुंचे लेकिन आरोप है कि पीडि़तों को मेडिकल मदद और जांच के बजाय परिजनों पर महिलाओं को घर ले जाने का दबाव बनाया गया। पीडि़तों को रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने के लिए कहा। निकटवर्ती ढाबा संचालकों ने चुप्पी साध ली है।

दूसरी ओर, पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के जज ने चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर इस रिपोर्ट का संज्ञान लिया, जिस पर गुरुवार को सुनवाई होगी। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिनमें जाम के दौरान गाडिय़ों से 10 महिलाओं को खींचकर गैंगरेप किया गया। कोर्ट ने हरियाणा सरकार से जवाब मांगा है। न्यायाधीश ने मीडिया रिपोर्टों पर स्वत: संज्ञान लेते बुधवार को कहा कि यह अत्यंत शर्मनाक घटना है।

एक अन्‍य रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के डीजीपी यशपाल सिंघल ने गैंगरेप की खबर को अफवाह बताया है। हरियाणा पुलिस ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज कर दिया है और इसे अफवाह करार दिया है। पुलिस का कहना है कि ऐसी कोई भी घटना घटित नहीं हुई है लेकिन मौके पर मौजूद चश्मदीदों के मुताबिक तकरीबन 10 महिलाएं इस घटना का शिकार हुईं। उक्‍त रिपोर्ट के अनुसार यहां पुलिस पीड़ितों और उनके परिवारों को ‘अपने सम्मान की खातिर’ रिपोर्ट दर्ज न कराने क दबाव डाल रही है।

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