जाति के नाम पर समाज तोड़ रहे कुछ राजनीतिक दल, प्रधानमंत्री मोदी ने कबीर को बताया मस्तमौला
संत कबीर नगर : उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘संत कबीर अकादमी’ की आधारशिला रखी और मगहर में जनसभा को किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि महात्मा कबीर समाज को सदियों से दिशा दे रहे मार्गदर्शक, समभाव और समरसता के प्रतिबिम्ब है। मोदी ने कबीर के निर्वाण भूमि से उन्हें कोटि-कोटि नमन किया। विपक्ष पर आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि कुछ दलों को शांति और विकास नहीं, कलह और अशांति चाहिए, उनको लगता है जितना असंतोष और अशांति का वातावरण बनाएंगे उतना राजनीतिक लाभ होगा। उन्होंने कहा कि कबीर की साधना ‘मानने’ से नहीं, ‘जानने’ से आरम्भ होती है। वो सिर से पैर तक मस्तमौला, स्वभाव के फक्कड़, आदत में अक्खड़, भक्त के सामने सेवक, बादशाह के सामने प्रचंड दिलेर, दिल के साफ, दिमाग के दुरुस्त, भीतर से कोमल बाहर से कठोर थे। मोदी ने कहा कि कबीर ने जाति-पाति के भेद तोड़े, सब मानुस की एक जाति घोषित किया, अपने भीतर के अहंकार को ख़त्म कर उसमें विराजे और ईश्वर का दर्शन करने का रास्ता दिखाया। सैकड़ों वर्षों की गुलामी के कालखंड में अगर देश की आत्मा बची रही, तो वो ऐसे संतों की वजह से ही हुआ।