जादू-टोने के जरिए कर रहे थे बीमारी का इलाज, 4 साल की बेटी की गई जान
नई दिल्ली: असम के चराईदेव जिले से हैरान कर देने वाली एक घटना सामने आई है, जिसमें एक पिता ने एक बाबा के साथ मिलकर जादू-टोना करते हुए अपनी चार साल की बच्ची की जान ले ली । पिता ने किसी कथित रस्म को पूरा करने के लिए अपनी ही बेटी की बलि दे दी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, दोनों ने कथित तौर पर लड़की की गला घोंटकर हत्या कर दी। उसके शरीर को सिंगलो नदी में फेंक दिया। असल में यह पूजा किसी अज्ञात बीमारी को ठीक करने के लिए की जा रही थी, जिसके लिए एक बच्चे की बलि देना जरूरी था।
पुलिस ने बताया, “दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि बोगधर, खुद को बाबा बताने वाले व्यक्ति ने सपना देखा था कि उसे कोई बीमारी है, जिसे केवल एक बच्चे के बलिदान से ही ठीक किया जा सकता है। उसने बच्ची के पिता को यह बात बताई जिसके बाद पिता ने बलिदान की रस्म के लिए अपने बच्चे की पेशकश करके उसकी मदद करने का फैसला किया।” पीड़िता के पिता अंता मुंडा (54) और बोगधर दोनों इलाके के सफारी चाय बागान में काम करते हैं। दोनों एक दूसरे के काफी करीब माने जाते हैं और पीड़िता का पिता बोगधर के घर में पार्ट टाइम काम किया करता था। पुलिस ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी सबसे पहले सोमवार को लड़की की बहन ने दी।
पुलिस ने कहा, “हमें सोमवार को पीड़िता की सबसे बड़ी बहन ने बच्ची के बारे में बताया। यह शादीशुदा है और अलग रहती है। बहन ने बताया कि चार साल की बच्ची, जो दो अन्य भाई-बहनों और उनकी दादी के साथ सो रही थी, तभी कुछ अज्ञात लोगों ने बच्ची का अपहरण कर लिया है,” सिंह ने कहा। तलाशी अभियान चलाया गया और मंगलवार को पीड़िता का शव पास की एक नदी में मिला। पुलिस टीम को नदी के किनारे से बच्चे के कपड़े और धार्मिक अनुष्ठानों से जुड़े कुछ अन्य सामान भी मिले। पुलिस ने बताया, “शरीर और अन्य वस्तुओं की बरामदगी से हमें संदेह हुआ कि यह जादू टोना या बलि का मामला हो सकता है। हमारी टीमों ने कई लोगों से पूछताछ की और अंता और बोगधर को बुधवार को बच्चे की हत्या में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। गला घोंटने के निशान वाले बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और इसकी रिपोर्ट का इंतजार है। पुलिस ने कहा कि आगे की जांच चल रही है और अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है, हत्या के हथियार का अभी पता नहीं चला है।