जानवरों की वफादारी की ऐसी कही पढ़ कर हो जाएँगी आपकी भी ऑंखें नम
नई दिल्ली: जानवर एक ऐसा शब्द है जिसे सुनते ही लगता है की गंवार या जाहिल की उपमा है। लेकिन अगर आप इसके दूसरे पहलु को देखेंगे तो आप जानेगे की जितनी सभ्यता वफादारी और शालीनता से जानवर आपने जीवन जीते है। उतना आज के इंसानो में रही नहीं। ऐसा कहा जाता है की अगर आप एक इंसान पर कोई अहसान करते है तो आदमी हो सकता है भूल जाये, मगर अगर आप एक कुत्ते को एक रोटी खिलाते है तो वो आपको जिंदगी भर नहीं भूलता। ऐसा कहा जाता है कि इंसान अगर जानवरों से प्यार करें तो आखिरी समय तक वहीं जानवर उसका साथ निभाते है। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुन और देखकर हर कोई हैरान रह गया। हमने ये तो सुना है कि इंसानों के सबसे वफादार में कुत्ता ही होता है। वो सुख और दुख में हमेशा इंसान का साथ देते है। यह कहानी एक अज्ञात व्यक्ति की है जिसका मृत शरीर मंगलवार सुबह सरगम टॉकीज के पास चंद्रमा झील रोड पर पाया गया था। 40 वर्षीय युवक जिसका अपना कोई नहीं था लेकिन वे बेजुबान कुत्ते उसके शव को काफी देर तक घेरकर बैठे रहे साथ ही भौंक भौंक कर उस जगाने का भी प्रयास किया। इतना ही नहीं ये कुत्ते पहरा लगाकर उसके पास बैठे रहे। लोगों ने देखा की यह वहीं कुत्ते थे। जिन्हें वह अपने खाने के हिस्से से कुछ न कुछ दिया करता था। जब लोगों ने देखा की उस इंसान की मौत हो चुकी है तो पुलिस को सूचना दी गई। जहां पुलिस शव को लेकर चली गई। हद तो तब हो गई जब पुलिस शव को लेकर गई तो कुत्तों की आंखे नम हो गई। और सभी कुत्ते उदासी मे बैठ गए। यह सिलसिला कुछ देर तक चलता रहा लेकिन जब उनका मालिक उनको वहां दिखाई नहीं दिया तो उंघते हुए वहां से चले गए। जब कुत्तों से घिरे शव के पास लोग नहीं पहुंच पाए तो हिरणगर चौकी पुलिस को सूचना दी गई। हालांकि इस दौरान पुलिस ने उस शख्स को पहचानने की काफी कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। जब लोगों से पूछा गया कि यहां पर कुत्तों का झुंड क्यों बैठा है तो लोगो ने बताया कि मानसिक रूप से कमजोर इंसान कुत्तों से बहुत प्यार करता था। उसे जो भी खाने को मिलता था वह कुत्तों के साथ शेयर करता था।