अद्धयात्म

जानिए कैसा रहेगा आपका वैवाहिक जीवन

आपकी विवाह रेखा क्या कहती है आपके संबंध के बारे में

युवावस्‍था को प्राप्‍त करते ही अक्‍सर युवक-युवतियां विवाह के सपने संजोने लगते हैं। मगर क्‍या आप जानते हैं हमारी हस्‍तरेखाओं के बीच में एक रेखा विवाह की कारक भी मानी जाती है। इसे प्रणय रेखा या स्‍नेह रेखा भी कहते हैं। इन रेखाओं के स्‍वरूप को देखकर जातक के वैवाहिक जीवन के बारे में बताया जा सकता है…जानिए कैसा रहेगा आपका वैवाहिक जीवन
प्रणय रेखा हो एक से अधिक तो…

जिस महिला या पुरुष के हाथ में एक से अधिक प्रणय रेखा होती है उनका अपने जीवनसाथी के प्रति गहरा लगाव होता है और उनका वैवाहिक जीवन सुखमय बीतता है।
यदि प्रणय रेखा हो ऐसी…

यदि यह रेखा आरंभ में गहरी और आगे चलकर पतली हो तो ऐसे जातकों का प्रेम धीर-धीरे उदासीनता में बदल जाता है। ऐसे लोगों को अपने जीवनसाथी के साथ अधिक से अधिक समय व्‍यतीत करने की आवश्‍यकता होती है ताकि दोनों में संबंधों में कड़वाहट न आने पाए।
यदि प्रणय रेखा पर हो दीप तो

यदि जातक की प्रणय रेखा पर दीप हो तो जातक के विवाह में रुकावट आ सकती है या किसी बात पर असहमति बन सकती है।
यद‍ि जातक की स्‍नेह रेखा आगे चलकर दो भागों में बंट जाए तो समझ लीजिए कि पति-पत्‍नी में अलगाव हो सकता है। हो सकता है कि तलाक न हो, लेकिन यदि ये रेखा कई भागों में बंट जाए तो समझ लीजिए कि प्रेम संबंध अधिक दिनों तक टिक नहीं पाएगा।
विवाह रेखा बंटकर हो जाए ऐसी तो…

यद‍ि किसी जातक की विवाह रेखा दो भागों में बंट जाए और एक शाखा हृदय रेखा को छुए तो समझ लीजिए कि उसका विवाहेतर संबंध हो सकता है।
किसी के शुक्र पर्वत पर हो ऐसी स्थिति

यदि किसी के शु्क्र पर्वत पर दीप हो और उससे एक रेखा निकलकर बुध पर्वत पर जाकर समाप्‍त हो तो ऐसी स्थिति में भी विवाहेतर संबंध बन सकते हैं।
यदि दूसरी कोई रेखा मिले विवाह रेखा से तो…

यदि कोई दूसरी रेखा विवाह रेखा से आकर मिले तो वैवाहिक जीवन में कुछ कष्‍ट आने की आशंका रहती है। यदि विवाह रेखा के बीच में कोई रुकावट, काला धब्‍बा या धुंधलापन हो तो पत्‍नी का पर्याप्‍त नहीं मिल पाता है।

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