जानिए, क्या होता है कुंडली में मांगलिक दोष का होना…
अक्सर आपने सुना होगा कि अमुक व्यक्ति मांगलिक है, जिस वजह से उसके विवाह में अड़चने आती हैं। ज्योतिष के अनुसार जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह भारी होता है उन्हें मांगलिक माना जाता है। जो लोग मांगलिक होते हैं उन पर मंगल ग्रह का असर रहता है। मंगल के भारी होने से व्यक्ति का स्वभाव दूसरों की तुलना में कुछ अलग होता है।
कुंडली में मांगलिक दोष
– मांगलिक लोगों पर मंगल ग्रह का असर ज्यादा रहता है। जो लोग मांगलिक होते हैं वे अपनी पत्नी से कुछ विशेष इच्छाएं रखते हैं।
– ज्योतिष के अनुसार मांगलिक लोगों की इच्छाएं और तालमेल मांगलिक जीवन साथी ही पूरी कर सकता है। इसी कारण से मांगलिक लोगों का विवाह मांगलिक लोगों से ही किया जाता है।
– मांगलिक कुंडली वालों का विवाह मंगली से ही किया जाता है। ताकि ये दोनों एक-दूसरे का साथ निभा सकें।
कुंडली में मंगल दोष कैसे
जिन जातकों की कुंडली में मंगल दोष होता है वह व्यक्ति मंगली कहलाता है। जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली के 1, 4, 7, 8 और 12 वें भाव में मंगल स्थित हो तो वह व्यक्ति मांगलिक होता है।
मांगलिक लोगों का स्वभाव
– मांगलिक व्यक्ति कठोर बोलने वाला होता है।
– मांगलिक व्यक्ति किसी काम को पूरी तैयारी और प्लानिंग के साथ करते हैं।
– मांगलिक लोग अनुशासन में रहना पसंद करने हैं और काम के प्रति जुनूनी होते हैं।