अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच मंगलवार को सिंगापुर में ऐतिहासिक वार्ता का पहला दौर खत्म हो चुका है। भारतीय समयानुसार यह वार्ता सुबह 6:30 बजे शुरू हुई थी और करीब 50 मिनट तक चली। वैसे तो इस समिट में बहुत सी खास घटनाएं हुईं हैं, लेकिन इस दौरान एक सबसे अजीब बात है किम जोंग का अपने साथ टॉयलेट लेकर आना। जी हां, थोड़ा अजीब जरूर है लेकिन ये सच है कि किम जोंग अपने साथ अपना टॉयलेट लेकर सिंगापुर पहुंचे हैं। इस टॉयलेट के पीछे भी एक बहुत बड़ी वजह है, जो बहुत ही दिलचस्प है। चलिए आपको बताते हैं इस अजीब आदत के पीछे की वजह-
ये बात तो आप सभी जानते होंगे कि इस वार्ता का एजेंडा अमेरिका के लिए सिर्फ कोरियाई प्रायद्वीप को पूर्ण रूप से निरस्त्रीकरण करना है। वार्ता से पहले कई रिकॉर्ड भी बने हैं। जैसे 1953 में शुरू हुए कोरियाई युद्ध के बाद किम ऐसे पहले उत्तर कोरियाई नेता थे जो दक्षिण कोरिया की सीमा को पार कर वहां के राष्ट्रपति से मिले थे। आज सिंगापुर में हुई वार्ता के लिए किम ने कुर्सी पर बैठना तो स्वीकार कर लिया लेकिन उन्होंने समिट के पब्लिक टॉयलेट में बैठने से मना कर दिया।ऐसा कभी किसी नेता ने नहीं किया।
उत्तर कोरियाई न्यूज एजेंसी ‘द कोसुनिलबो’ के मुताबिक इस हफ्ते किम एयर चाइना बोइंग 747 से सिंगापुर पहुंचे थे। वह अपने साथ खाना, बुलेटप्रूफ लिमोजिन और पोर्टेबल टॉयलेट भी लेकर गए हैं।
यह बात आपको थोड़ी अजीब जरूर लगेगी लेकिन किम जहां भी जाते हैं अपने साथ अपना टॉयलेट लेकर जाते हैं। साथ ही वह अपने देश में भी कभी पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं करते। वह चाहे मिलिट्री बेस पर जाएं या किसी फैक्ट्री का कोई काम देखने, वह जिस भी वाहन में सफर करते हैं उनके साथ उनका टॉयलेट भी जाता है। वह वहां भी कभी कोई पब्लिक टॉयलेट का प्रयोग नहीं करते।
उत्तर कोरिया की न्यूज एजेंसी डेली एनके के मुताबिक किम जोंग उन की पर्सनल ट्रेन ही नहीं बल्कि जिस कार से वह सफर करते हैं, चाहे वह छोटी हो या बड़ी उसमें भी उनका पर्सनल टॉयलेट मौजूद रहता है। किम अपनी सुरक्षा के प्रति बेहद चिंताजनक रहते हैं, जिस कारण वह जहां भी जाते हैं उनके साथ कई कारें भी जाती हैं ताकि किसी को पता ना चल सके कि किस गाड़ी में किम सफर कर रहे हैं। उन्हीं गाड़ियों में से एक गाड़ी ऐसी होती है जिसमें किम होते हैं और साथ में होता है उनका टॉयलेट।
उत्तर कोरिया की गार्ड कमांड युनिट में काम करने वाले ली युन किओल के अनुसार किम जोंग उन कभी पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं करते। उन्होंने बताया कि वह जहां भी जाते हैं, उनके साथ उनका टॉयलेट भी जाता है। उन्होंने बताया कि उनकी इस आदत के पीछे भी एक कारण है जो बेहद खास है। किम जोंग सुरक्षा कारणों से पोर्टेबल टॉयलेट लेकर सिंगापुर आए हैं। ताकि दूसरे देश की खुफिया एजेंसियां उनके मल का नमूना न चुरा सकें।
पिछले 18 महीनों से चल रही जुबानी जंग को इस समिट से एक बहुत बड़ा ब्रेक मिला है। हालांकि शांति के उद्देश्य से शुरू हुई इस मुलाकात के खत्म होने के बाद इसके परिणाम भी सकारात्मक नजर आ रहे हैं। इसी साल मार्च में ट्रम्प ने ही पहली बार किम के साथ वार्ता की पहल की थी। तब से उनके समर्थक यह भी कह रहे हैं कि उन्हें नोबेल पुरस्कार दिया जाना चाहिए। यदि किम जोंग और ट्रंप की मुलाकात सफल रहती है, तो ट्रम्प नोबेल पुरस्कार हासिल भी कर सकते हैं।