बहुत लोग चावल बहुत चाव से खाते हैं. यदि उनके खाने में चावल शामिल न हो तो उनका खाना अधूरा होता है. ये लोग रोटी के बिना रह सकते हैं लेकिन चावल के बिना नहीं. उनके लिए खाने में चावल का होना अनिवार्य है. दाल, चावल, रोटी और सब्जी एक पूरी डाइट मानी जाती है. लेकिन कुछ लोगों को खाने में चावल न मिलने पर उनकी डाइट पूरी नहीं होती. खाने में चावल न होना उनके लिए दाल में तड़का न होने के बराबर है. हॉवर्ड स्कूल ऑफ़ पब्लिक हेल्थ की स्टडी के मुताबिक रोजाना एक कटोरी पॉलिश चावल खाने पर टाइप 2 डायबिटीज़ होने का ख़तरा अधिक रहता है. इतना ही नहीं, इसके अधिक सेवन से वेट भी बढ़ने लगता है. इसलिए चावल सीमा में रहकर ही खाना चाहिए. केवल एक कटोरी चावल को ही अपने डाइट में शामिल करें. इससे ज़्यादा चावल खाना आपकी सेहत को नुकसान पंहुचा सकता है. तो आईये जानते हैं ज़्यादा चावल खाने के 5 बड़े नुकसानों के बारे में.
अधिक कैलोरी
जैसा कि हम सभी जानते हैं चावल में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है. शायद आपको पता नहीं होगा कि पके हुए चावल में 10 चमच्च शुगर के बराबर कैलोरी होती है. इसलिए चावल को अगर अधिक मात्रा में खायेंगे तो डायबिटीज़ होने का ख़तरा रहता है.
ज्यादा कार्बोहाइड्रेट
पके हुए चावल में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज़्यादा होती है. अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट खाने पर वज़न बढ़ने लगता है. यदि आप रोजाना चावल खाते हैं तो आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए कम से कम चावल को अपनी डाइट में शामिल करें.
ओवरईटिंग
चावल को खाने पर जितनी जल्दी पेट भरता है उतनी ही जल्दी खाली भी हो जाता है. कहने का मतलब है कि चावल जल्दी पच जाता है जिससे कि समय से पहले ही भूख लगने लगती है. ऐसे सिचुएशन में लोग ज़्यादा खा लेते हैं और उन्हें पता भी नहीं चलता.
कमज़ोर हड्डियां और कम न्यूट्रिएंट्स
चावल में विटामिन-सी की मात्रा बहुत कम होती है. विटामिन-सी हड्डियों को मजबूत बनाता है. इसलिए चावल खाने से हमारी हड्डियों को कोई फ़ायदा नहीं पहुंचता. चावल बस स्वाद के आम आता है. देखा जाये तो इसे खाने का कोई फायदा नहीं है. इसमें अन्य ज़रूरी न्यूट्रिएंट्स की मात्रा भी बहुत कम होती है.
ज्यादा साल्ट इनटेक
चावल का कोई स्वाद न होने की वजह से लोग इसका सेवन साल्टी चीज़ों के साथ अधिक करते हैं. ज़्यादा साल्टी और चावल एक साथ खाना सेहत के लिए हानिकारक होता है. हो सके तो सफ़ेद चावल की जगह ब्राउन राइस या उबला चावल खाने की आदत डालें.