जानिए, दिन में क्यों नहीं सोना चाहिए?
दस्तक टाइम्स एजेंसी/नई दिल्ली: एक पुरानी कहावत है कि दिन काम करने के लिए बना है और रात सोने के लिए। लेकिन यह बात उनलोगों पर लागू नहीं होती जो नाइट शिफ्ट करते है। क्योंकि नाइट शिफ्ट में काम करनेवाला व्यक्ति जबतक दिन में नहीं सोएगा उसकी नींद पूरी कैसे होगी। इसलिए नाइट शिफ्ट वालों के लिए यह नियम वर्जित है।
दिन में सोना सेहत के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं माना जाता। आयुर्वेद के मुताबिक दिन में सोने से जुकाम होने का खतरा बढ़ जाता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी रात में पूरी नींद लेकर दिन में कार्य करना ही उत्तम माना गया है। साथ ही दिन में सोने से मोटापा सहित कई बीमारियां होती है।
ऐसा कहा जाता है कि दिन काम करने के लिए है और रात सोने के लिए। कई लोग दिन में भी सोते हैं लेकिन दिन में सोना स्वास्थ्य की दृष्टि से तो हानिकारक है और धर्म शास्त्रों में भी दिन में सोना निषेध किया गया है।
ऐसी मान्यता है कि जिस घर में लोग दिन में सोते हैं वहां महालक्ष्मी निवास नहीं करती। लक्ष्मी के चले पर घर में दरिद्रता बढ़ जाती है। दिन में सोने से आलस्य भी बढ़ता है। शास्त्रों के अनुसार दिन में वहीं सो सकता है जो अस्वस्थ हो। जो व्यक्ति किसी बीमारी से पीडि़त है वह दिन में सो सकता है। पूर्ण रूप से स्वस्थ व्यक्ति दिन में सोता है तो उसे धन संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। दिन में सोने से पाचन संबंधी दिक्कतें भी बढ़ जाती है और शरीर रोगी होने लगता है।
रात की नींद से शरीर को पर्याप्त आराम मिलता है जिससे सुबह उठकर शरीर में ऊर्जा का संचार होता है जो दिनभर के के लिए पर्याप्त होती है। दिन में सोकर हम अनावश्यक रूप से शरीर को आलस्य का घर बनाते हैं। इसलिए रात में भरपूर गहरी नींद लेकर दिन में कार्य करना ही उचित माना गया है।