राजनीति

जानिए, नोएडा आने से क्‍यों डरते हैं CM; मिथक के बीच बना अखिलेश का प्रोगाम!

आखिर क्‍या है नोएडा आने का मिथक। यह धारणा कब से और क्‍यों बनी। किन लोगों ने गंवाई अपनी कुर्सी। 1988 से अब तक कितने मुख्‍यमंत्री यहां आए और अपनी कुर्सी से हाथ धोये।

नोएडा । यूपी विधानसभा चुनाव 2017 के पहले चरण के मतदान की उल्टी गिनती शुरू हो गई है, वहीं लोगों के जेहन में यह सवाल कौंध रहा है कि क्या चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नोएडा (गौतमबुद्धनगर) आएंगे। बता दें कि नोएडा के लिए एक मिथक बन गया है कि यहां आने पर मुख्यमंत्री की कुर्सी चली जाती है।

बावजूद इसके कयास लगाए जा रहे हैं कि 2012 में मुख्यमंत्री बनने के बाद एक बार भी नोएडा न आने वाले अखिलेश बहुत जल्द यहां चुनावी सभा करते नजर आ सकते हैं।

लोगोें को उम्मीद अखिलेश तोड़ेंगे मिथक

अखिलेश यादव भारत के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ देश के सबसे बड़े प्रदेश (जनसंख्या आधारित) की बागडोर भी संभाल चुके हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से जिले के लोग खासतौर से समाजवादी कार्यकर्ता ऐसी उम्मीद कर रहे हैं कि वह नोएडा के बारे में बना यह मिथक तोड़ेंगे और चुनाव प्रचार के लिए यहां आएंगे।

सपा कर रही चुनावी सभा की तैयारी

जिले में चुनावी सभा करने की तैयारी सपा की जिला इकाई कर रही है। इसके लिए तीन संभावित सभा स्थल की सूची प्रदेश अध्यक्ष को भेजी गई है। जिला इकाई चाहती है कि तीनों विधानसभा के लिए किसी एक स्थल पर चुनावी सभा हो।

अखिलेश ने वादा किया था नोएडा आने का

गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में भी अखिलेश यादव के नोएडा आने की चर्चा उड़ी थी, लेकिन अखिलेश यादव ने नोएडा आने की बजाए लखनऊ से ही कई योजनाओं का उद्घाटन कर दिया था। हालांकि, उस दौरान उन्होंने चुनाव सभा करने की बजाए दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद वर्ष 2017 में नोएडा आने की बात कही थी। इस कारण इसकी संभावना बेहद कम है कि सपा की जिला इकाई की मांग पर अखिलेश यादव नोएडा या गौतमबुद्धनगर में कोई चुनावी सभा करेंगे।

पार्टी को अखिलेश यादव की चुनावी सभा से बेहद फायदा होने की उम्मीद

समाजवादी पार्टी को अखिलेश यादव की चुनावी सभा से बेहद फायदा होने की उम्मीद है। सपा अखिलेश यादव के चेहरे पर ही चुनाव लड़ रही है। साथ ही वह सपा और कांग्रेस के संयुक्त मुख्यमंत्री उम्मीदवार है। सपा को उम्मीद है कि अखिलेश यादव की रैली से युवाओं को पार्टी से जोड़ने में बेहद फायदा मिलेगा। उधर, दादरी से चुनाव लड़ रही कांग्रेस को भी अखिलेश की सभा का लाभ होने की उम्मीद है।

एसपी प्रत्याशी सुनील चौधरी ने किया अखिलेश के नोएडा आने का दावा

एसपी प्रत्याशी सुनील चौधरी ने भी इस बात की पुष्टि की है कि अखिलेश यादव नोएडा जरूर आएंगे। अखिलेश ने पिछले विधानसभा चुनाव की शुरुआत भले ही नोएडा से की हो, लेकिन सीएम बनने के बाद वह अभी तक यहां नहीं आए हैं।

डिंपल यादव भी आ सकती हैं नोएडा

अखिलेश के अलावा उनकी पत्नी डिंपल यादव, लालू यादव, नरेश अग्रवाल और सुरेंद्र नागर को स्टार प्रचारक के रूप में कार्यकर्ताओं ने बुलाने की डिमांग रखी है। पार्टी ने नोएडा में रामलीला मैदान और जेवर के लिए दनकौर में जनसभा कराने का सुझाव दिया है।

सपा ने अखिलेश की इन स्थानों पर सभा करने के लिए भेजी रिपोर्ट

– नोएडा विधानसभा अंतर्गत नोएडा स्टेडियम
– दादरी विधासभा अंतर्गत मिहिर भोज कॉलेज
– जेवर विधानसभा अंतर्गत आर्या फार्म हाउस

वर्ष 1988 में बन गया था नोएडा आने पर कुर्सी जाने का मिथक

नोएडा के लिए एक मिथक बन गया है कि यहां आने पर मुख्यमंत्री की कुर्सी चली जाती है। यह धारणा 1988 से बनी, जब नोएडा आने के बाद मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह चुनाव हार गए। इसके बाद नरायण दत्त तिवारी, कल्याण सिंह और मुलायम सिंह यादव की कुर्सी भी नोएडा आने के बाद चली गई।

2007 में मुख्यंमत्री बनने के बाद मायावती ने इस मिथक को तोड़ने की कोशिश की। उन्होंने पांच साल के कार्यकाल में नोएडा का तीन बार दौरा किया। मुख्यमंत्री रहते वह आखरी बार दिसंबर 2011 में दलित प्रेरणा स्थल का उदघाटन करने आईं, हालांकि 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा सत्ता से बाहर हो गई।

शायद यही कारण रहा कि 2012 में मुख्यमंत्री बनने के बाद अखिलेश यादव एक बार भी नोएडा या गौतमबुद्धनगर नहीं आए, हालांकि पिछले दिनों उन्होंने जिले में तैनात एक अधिकारी को नोएडा बुलाया था। उनसे इस मिथक के बारे में चर्चा की। साथ ही अखिलेश यादव ने नोएडा आने की इच्छा जताई, लेकिन कई लोगों की राय के बाद उन्होंने नोएडा आने का फैसला टाल दिया।

सपा जिलाध्यक्ष ने जताई अखिलेश की सभा की उम्मीद

वहीं, सपा जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि सपा के प्रदेश अध्यक्ष से बातचीत हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की गौतमबुद्धनगर में सभा के लिए संभावित स्थानों की सूची मांगी है। पार्टी ने तीन स्थानों का नाम भेज दिया है। हमें उम्मीद है कि अखिलेश यादव की जिले में सभा होगी।

Related Articles

Back to top button