जानिए बिना भूकंप के कैसे आती है सुनामी? जिसने इंडोनेशिया में ले ली 373 की जान
इंडोनेशिया में शनिवार रात आई सुनामी से अब तक 373 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. सुनामी से पहले लोगों को किसी तरह की चेतावनी भी नहीं मिल पाई थी, इसलिए प्रभावित लोगों की संख्या बढ़ गई. सुनामी से पहले यहां कोई भूकंप भी नहीं आया. ऐसे में साइंटिस्ट्स का मानना है कि सुनामी ज्वालामुखी में विस्फोट की वजह से आई. ज्वालामुखी अब भी सक्रिय है, इसलिए खतरा बना हुआ है.
शनिवार रात को सुनामी से आधे घंटे पहले Anak Krakatau ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था. हालांकि, यह पहला विस्फोट नहीं था, बीते कुछ हफ्ते में ज्वालामुखी में कई बार विस्फोट हुए हैं. लेकिन इस बार विस्फोट से समुद्र में भारी मात्रा में पानी एक जगह से दूसरी जगह अचानक बढ़ने लगा.
आपको बता दें कि Anak Krakatau ज्वालामुखी का एक हिस्सा समुद्र में है. विस्फोट की वजह से लैंडस्लाइड होने की संभावना जताई जा रही है जिससे समुद्र में पानी का बहाव प्रभावित हुआ.
दूसरी संभावना जताई जा रही है कि ज्वालामुखी के नीचे मैग्मा चैंबर के खत्म होने की वजह से सुनामी आई. हालांकि, ज्वालामुखी विस्फोट से सुनामी आना असामान्य बात नहीं है. 1792 में जापान में ज्वालामुखी विस्फोट से कई सौ फीट ऊंची लहरें उठी थी. 1980 में वाशिंगटन के माउंट सेंट हेलेन्स में ज्वालामुखी फटने से भी सुनामी आई थी.
हालांकि, इतिहास में ज्वालामुखी का सबसे बड़ा हादसा इंडोनेशिया में ही हुआ था. 1883 में Krakatau ज्वालामुखी में विस्फोट से सुनामी आई थी जिसमें कई हजार लोग मारे गए थे. इसी से Anak Krakatau आईलैंड भी बना था.
वहीं हादसे के बाद, इंडोनेशिया के नेशनल डिजास्टर मिटिगेसन एजेंसी के प्रमुख सुतपाओ ने कहा- ‘सुनामी आने से पहले समुद्र की तटहटी में भौगोलिक हलचल हुई. इससे कुछ ही देर पहले Anak Krakatau ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था.’