राष्ट्रीय
जानिए मोहनदास करमचन्द गांधी कैसे बने राष्ट्रपिता
- रवीन्द्रनाथ टैगोर ने 12 अप्रैल 1919 को लिखे अपने एक पत्र में पहली बार गांधी को ‘महात्मा’ संबोधित किया था।
- पहली बार नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने रेडियो सिंगापुर से 6 जुलाई, 1944 को प्रसारित अपने भाषण में राष्ट्रपिता कहकर संबोधित किया था।
- गांधीजी के मृत्यु पर पंडित नेहरु जी ने रेडियो द्वारा राष्ट्र को संबोधित किया और कहा “राष्ट्रपिता अब नहीं रहे”।
गांधी जी के बारे में कुछ और खास
- भारत में 53 मुख्य मार्ग गांधी जी के नाम से भारत में 53 मुख्य मार्ग हैं जबकि विदेशों में 48 सड़के हैं।
- महात्मा गांधी को पांच बार नोबेल पीस प्राइज के लिए नामांकित किया गया था।
- अपने पूरे जीवन में गांधीजी ने कभी कोई राजनीतिक पद नहीं लिया।
- एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स गांधी जी को सम्मान देने के लिए गोल चश्मा पहनते थे।
- महात्मा गांधी हर रोज 18 किलोमीटर पैदल चलते थे। इस लिहाज से गांधीजी ने अपने जीवन में पूरी दुनिया के दो चक्कर पैदल लगाए थे।
- गांधी जी के कपड़ों सहित उनकी कई वस्तुएं आज भी साबरमती आश्रम में सुरक्षित हैं।
- महात्मा गांधी की वजह से चार कॉटिनेंट और 12 देशों में सिविल राइट मूवमेंट शुरु हुआ था।
- जिस अंग्रेज सरकार के खिलाफ गांधीजी ने आंदोलन किया उसी अंग्रेज सरकार ने महात्मा गांधी की मौत 21 साल बाद उनके सम्मान में स्टैम्प जारी किया था।
- महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका की जिस नौकरी को छोड़ कर आए थे उसमें उनकी सैलरी 15 हजार डॉलर थी। जो आज के तकरीबन 10 लाख रुपए के बराबर है।
- महात्मा गांधी अपनी मौत से एक दिन पहले कांग्रेस पार्टी को भंग करने पर विचार कर रहे थे।
- महात्मा गांधी की अंतिम यात्रा 8 किलोमीटर तक चली थी। राष्ट्रपिता के अंतिम दर्शन के लिए देश भर से लोग आए थे।