जानें, चंद्रमा ग्रह को बेहतर करने के उपाय
नवग्रहों में सूर्य के बाद , ज्योतिष में सर्वाधिक महत्वपूर्ण ग्रह है- चन्द्रमा
– ज्योतिष में चन्द्रमा के बिना कोई गणना नहीं की जा सकती इसलिए चंद्रमा का ज्योतिष में एक प्रमुख स्थान है
– वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चन्द्रमा गुरुत्वाकर्षण शक्ति और सारी पृथ्वी के जल तत्त्व को नियंत्रित करता है
– मानव का मन और भावनायें चन्द्रमा का ही क्षेत्र है
– अगर चन्द्रमा को नियंत्रित किया जा सके तो निश्चित रूप से मानसिक दशा से अपार मजबूती पायी जा सकती है
– चन्द्रमा का सम्बन्ध पेट और ह्रदय के रोग,एसिडिटी,नींद ,आलस्य,मानसिक स्थिति,फूल,सुगंध,चांदी,गन्ना,माता, जलीय यात्रा और शासन प्रशासन से होता है
– चन्द्रमा कर्क राशि का स्वामी है और वृष राशि में बेहद मजबूत हो जाता है
– वृश्चिक राशि में चन्द्रमा काफी कमजोर होता है
चन्द्रमा से सम्बन्धित समस्याएं क्या हैं?
– व्यक्ति को सांस और शीतजन्य रोगों की समस्या हो जाती है.
– व्यक्ति का मन हमेशा बिना कारण परेशान रहता है.
– व्यक्ति को स्त्री पक्ष से या स्त्री को लेकर कष्ट बना रहता है.
– हारमोंस की समस्या और अवसाद का योग बनता है .
– नींद न आने की समस्या भी होती है ,व्यक्ति बार बार नींद में चौंक कर उठ जाता है.
– व्यक्ति को माता का सुख नहीं मिलता या व्यक्ति के सम्बन्ध माता से ख़राब होता है.
– चन्द्रमा को तीन तरककों से बेहतर कर सकते हैं
– मन्त्र द्वारा, रत्न द्वारा और दान द्वारा
– चन्द्रमा के लिए भगवान् शिव की उपासना सबसे ज्यादा फलदायी होती है
– इसलिए शिव मंत्र का अधिक से अधिक जप करने से शीघ्र लाभ होता है
– पूर्णिमा का उपवास और शिव जी का ध्यान भी फलदायी होता है
– चन्द्रमा के लिए मोती या मून स्टोन पहनना चाहिए
– इसे चांदी में धारण करना श्रेष्ठ होता है
– मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन लग्न में मोती धारण करने से लाभ होता है
– सिंह और धनु लग्न में भी विशेष दशाओं में मोती पहन सकते हैं
– चन्द्रमा के लिए पूर्णिमा या सोमवार को सफ़ेद वस्तुओं का दान करना चाहिए
– वृष कन्या मकर मिथुन तुला और कुम्भ लग्न में चन्द्रमा के लिए दान करना ही श्रेष्ठ होता है
– चन्द्रमा का दान किसी महिला को किया जाय या शिव मंदिर में किया जाय तो ज्यादा उत्तम होगा