कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक चलने वालाे चार दिन के पर्व छठ को मन्नतों का पर्व भी कहा जाता है. इसके महत्व का इसी बात से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इसमें किसी गलती के लिए कोई जगह नहीं होती. इसलिए शुद्धता और सफाई के साथ तन और मन से भी इस पर्व में जबरदस्त शुद्धता का ख्याल रखा जाता है. आइए जानें, इस व्रत की खास बातें…
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1. चार दिनों तक चलने वाले इस पावन पर्व पर व्रती को लगातार उपवास करना होता है. व्रत रखने वाली महिला को ‘परवैतिन’ कहा जाता है.
2. छठ के पर्व में व्रती को भोजन के साथ ही बिस्तर पर सोने का भी त्याग करना पड़ता है.
3. छठ पर्व में व्रती का एक अलग कमरे में फर्श पर एक कंबल या चादर में सोना इस परंपरा का एक हिस्सा है.
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4. छठ पूजा में व्रती बिना सिलाई किए हुए कपड़े पहनते हैं जब कि इस त्योहार में शामिल होने वाले सभी लोग नए कपड़े पहनते हैं.
5. छठ पूजा के दौरान महिलाएं साड़ी और पुरुष धोती पहनकर पूजा करते है. किसी की मृत्यु हो जाए तो यह पर्व नहीं मनाया जाता है.