जाने लीच थेरेपी के बारे में
प्राचीन काल से ही जोंक थैरेपी का तमाम बीमारियों से पार पाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. यह प्रक्रिया रक्तस्राव के जरिये सम्पन्न किया जाता है जिसके तहत अशुद्ध रक्त को बाहर निकाला जाता है जिससे स्वस्थ होने में मदद मिलती है. कई बार तो जोंक थैरेपी ओषधीय चिकित्सा से भी बेहतर कारगर होता है. जोंक थैरेपी के असंख्य फायदों के कारण ही यह पारंपरिक चिकित्सकीय पद्धती आज भी अस्तित्व में मौजूद है.
1- 20वीं सदी से ही कार्डियोवस्कुल डिजीज से लड़ने के लिए जोंक थैरेपी का इस्तेमाल किया जा रहा है. दरअसल जोंक के लार में पाया जाने वाला हिरुडिन एंजाइम कार्डियोवस्कुलर डिजीज के लिए लाभकर है. जैसा कि पहले ही जिक्र किया गया है इसमें एंटीकोग्यूलेशन एजेंट होते हैं जो कि इस बीमारी के लिए प्रभावशाली होते हैं. इसके अलावा चिकित्सक जोंक थैरेपी हृदय सम्बंधी बीमारियों से जुड़े मरीजों के लिए भी सलाह स्वरूप देते हैं.
2-जोंक थेरेपी रक्तसंचार बेहतर करने के लिए भी जाना जाता है. यही कारण है कि जोंक थैरेपी को सिर पर जहां बाल कम है, जैसे स्थान पर लगाया जाए तो वहां बाल आने की उम्मीद बढ़ जाती है. दरअसल जोंक थैरेपी से शरीर में पौष्टिकता बढ़ती जो बालों के लिए आवश्यक है. यही नहीं यह बालों को जड़ों से मजबूत करते हैं जिससे बालों को उगने में आसानी होती है. जो लोग डैंड्रफ या फंगल संक्रमण के कारण गंजेपन से जूझ रहे हैं, उनके लिए जोंक थैरेपी एक रामबाण इलाज है. जोंक का लार फंगल संक्रमण को खत्म करने में मदद करता है.