जिन बच्चों में होती हैं ये 4 आदतें उनके माता पिता जिंदगीभर उनसे रहते है दुखी
दोस्तों हर माता पिता को अपने बच्चे प्यारे होते हैं. जब उनकी जिंदगी में ये बच्चे पहली बार आते हैं तो माता पिता की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहता हैं. इसके बाद वे अपने बच्चे की देख रेख करने में और उसकी खुशियों का ख्याल रखने में लग जाते हैं. माता पिता एक बार खुद दुःख और तकलीफ उठा लेंगे लेकिन अपने बच्चों की आँख में आंसूं की एक बूँद तक नहीं आने देंगे. फिर जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तो माता पिता को उनसे एक ही आस रहती हैं कि वो उनके बुढापे का सहारा बनेंगे. लेकिन कुछ बच्चे बड़े होने पर बदल जाते हैं और अपने माता पिता का साथ नहीं देते हैं.
बच्चों का बदलता ये व्यवहार उनकी कुछ गंदी आदतों का नतीजा होता हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको कुछ ऐसी आदतें बताने वाले हैं जो यदि बच्चों में हैं तो वो आगे चलकर माता पिता को दुःख देते हैं. ऐसे में आपको इन आदतों के बारे में जानकार इनसे अपने बच्चों को दूर ही रखना चाहिए.
1. बड़ो की रिस्पेक्ट न करना: हमें अपने बच्चो को बचपन से ही बड़े लोगो के साथ अदब से बात करना सिखाना चाहिए. यदि बच्चे बचपन से बड़ो की रिस्पेक्ट करना नहीं सीखेंगे तो आगे चलकर यही बात आपके लिए भी हानिकारक हो सकती हैं. ये बच्चे बड़े होते होते आपको सीरियसली लेना बंद कर देंगे और आपके कंट्रोल से पूरी तरह बाहर हो जाएंगे. यदि इनके मन में आपके लिए मान सम्मान नहीं रहेगा तो ये आगे जाकर आपकी केयर भी नहीं करेंगे.
2. बुरी संगत में रहना: बच्चे जब बड़े होते हैं तो अपने आसपास के माहोल से बहुत कुछ सीखते हैं. आप ने चाहे अपने घर का माहोल कितना भी पॉजिटिव बनाकर रखा हो यदि बच्चा किसी बुरे दोस्त की संगत में पड़ गया तो उसके दिमाग में भी कई नेगेटिविटी आने लगेगी. बुरी संगत की वजह से बच्चों को बिगड़ते देर नहीं लगती हैं. इसलिए आपका बच्चा किन किन लोगो से मिलता हैं, उसके दोस्त कैसे हैं इन सभी बातो की जानकारी आपके पास होना अति आवश्यक हैं. इस तरह आप उसकी हर गतिविधियों पर नज़र रख सकोगे.
3. हद से ज्यादा गुस्सा: वैसे तो बच्चे गुस्सा करते रहते हैं. लेकिन यदि वो बाकी बच्चों की तुलना में कुछ ज्यादा ही गुस्सा करते हैं. मसलन गुस्सा होने पर सामान फेकना, मारपीट करना या गाली इत्यादि देना तो ये संकेत हैं कि आगे चलकर इनका गुस्सा और भी ज्यादा बढेगा जो आपके लिए तकलीफदायक हो सकता हैं. इसलिए बचपन से ही बच्चे को अपने गुस्से पर काबू करना सिखाए.
4. अत्यधिक नशा: शराब, सिगरेट, तम्बाकू या किसी भी प्रकार का नशा बच्चों के दिमाग को खराब कर देता हैं. खासकर कि जब वे इस चीज के आदि हो जाते हैं तो उनके व्यवहार में काफी परिवर्तन आ जाता हैं. नशे की वजह से ही कई बार वे गलत काम कर बैठते हैं. ऐसे में ये बच्चे आपको आगे चलकर काफी दुःख दे सकते हैं. इसलिए बचपन से ही आपको बच्चों को नशा करने के दुष्प्रभावो से अवगत करना चाहिए. यदि आप बचपन से ही ध्यान दोगे और उसे किसी भी प्रकार की नशे की लत नहीं लगने दोगे तो आपको आगे चलकर कोई तकलीफ नहीं आएगी.