जीडीपी गणना के तरीके पर आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन को संदेह
दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ नई दिल्ली : आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की ग्रोथ का हिसाब लगाने के नए तौर-तरीकों पर शंका जताते हुए कहा कि आंकड़ों का हिसाब-किताब बेहतर तरीके से किया जाना जरूरी है।
‘ग्रोथ की बात करते समय सावधानी की जरूरत’
राजन ने उदाहरण देकर समझाई बात
उन्होंने एक-दूसरे के बच्चों की बेबी सिटिंग करने वाली दो मांओं का उदाहरण भी दिया और कहा, ‘हर कोई दूसरे को भुगतान कर रहा है इसलिए आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी है लेकिन अर्थव्यवस्था पर इसके शुद्ध प्रभाव को लेकर सवाल हैं। हम जीडीपी की गणना कैसे करते हैं इसको लेकर हमें थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि कई बार लोगों के अलग-अलग क्षेत्रों में जाने से भी ग्रोथ मिलती है।’
‘सुझावों को गंभीरता से लिया जाना चाहिये’
उन्होंने कहा, ‘नए क्षेत्र में जा रहे हैं तो ऐसा कुछ करें जिससे वैल्यू एडिशन हो। हम कुछ खोते हैं, कुछ पाते हैं और आखिरी में क्या हासिल करते हैं, इसकी गणना करते समय सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि जीडीपी की बेहतर गणना के संबंध में विभिन्न सुझाव मिले हैं, हमें उन्हें गंभीरता से लेना चाहिए।