स्वास्थ्य

जीन बनाता है तेज-तर्रार

geneन्यूयॉर्क। अल्जाइमर बीमारी और मनोभ्रंश के अन्य प्रकारों की चिकित्सा के लिए वैज्ञानिकों ने नए रास्ते खोले हैं। वैज्ञानिकों ने एक  ऐसे जीन की पहचान की है जो लोगों को तेज-तर्रार बनाने में भूमिका निभाता है।अध्ययन में बताया गया है कि जिन लोगों में क्लोथो (केएलओटीएचओ) नामक दीर्घायु जीन मौजूद होता है  उनमें विचार करने  सीखने और याद रखने जैसे दिमागी कौशलों में सुधार हुआ  चाहे वे किसी भी उम्र या लिंग के हों या उनमें आनुवंशिक अल्जाइमर रहा हो।अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजिंग में न्यूरोसाइंस प्रभाग में कार्यक्रम निदेशक सुजाना पेटनसेस्का ने बताया  ‘‘यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को विनियमित करने वाले जीनों की महत्ता दर्शाता है जो कि संज्ञानात्मक प्रक्रिया के रखरखाव में शामिल होते हैं।’’ जिन लोगों में क्लोथो जीन का ‘केएल-वीएस’ प्रकार था उन्होंने ज्ञानात्मक परीक्षणों में उन लोगों से बेहतर प्रदर्शन किया  जिनमें जीन का यह प्रकार नहीं था। जांचकर्ताओं ने तीन अध्ययनों में 52 से 85 साल तक के आयुवर्ग के 7०० लोगों के सीखने  स्मृति और ध्यान सहित ज्ञानात्मक क्षमताओं का परीक्षण किया।क्लोथो जीन गुर्दों  गर्भनाल  छोटी आंत और प्रोस्टेट की कोशिकाओं द्वारा प्रारंभ में बने प्रोटीन के लिए ब्ल्यूप्रिंट उपलब्ध कराता है।प्रोटीन का लघु संस्करण रक्त संचार प्रक्रिया द्वारा शरीर में प्रवाहित किया जा सकता है।रक्त परीक्षण से यह पता लगाया गया कि किस प्रतिभागी में केवी-वीएस की कॉपी है और किनमें क्लोथो प्रोटी के प्रवाह का स्तर ऊंचा है।‘सेल रिपोर्ट्स’ शोधपत्र में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया कि बढ़ती उम्र के साथ क्लोथो प्रोटीन के प्रवाह पर प्रभाव पड़ सकता है। 

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