स्वास्थ्य

जीभ को दें सिर्फ सेहतमंद खाने की ट्रेनिंग

taste_bud_02_10_2015विशेषज्ञों का मानना है कि हम क्या खाते हैं वह हमारी बायोलॉजी और अनुभव पर निर्भर करता है। इसलिए खाने की आदतें भी उसी से संचालित होती हैं। यही वजह है कि किसी को मीठा अधिक पसंद आता है तो किसी को तीखा। टेस्ट बड को धीरे-धीरे हेल्दी फूड खाने की ट्रेनिंग दे दी जाए तो खाने की गलत आदतों से बच पाएंगे।

इस तरह कर सकते हैं ट्रेनिंग की शुरुआत

प्राकृतिक और अनप्रोसेस्ड फूड चुनें : शुरुआत में साबुत खाद्य आपको बेस्वाद लगे, लेकिन धैर्य और दृढ़ता के साथ आपके टेस्ट बड जल्द ही हेल्दी फूड के साथ तालमेल बिठाना शुरू कर देंगे।

एक-एक कर शामिल करें नई चीज : अपने भोजन में एकदम से ढेर सारी नई चीजों को डालने से बेहतर है कि धीरे-धीरे कर हेल्दी चीजों को शामिल करें। इससे एकदम से हुआ परिवर्तन समझ नहीं आएगा और आपके टेस्ट बड उससे एक-एक कर सामांजस्य भी बिठाते जाएंगे। हमारे टेस्ट बड को 14 से 21 दिनों का वक्त लगता है नए स्वाद के साथ तालमेल बिठाने में।

पांच से अधिक सामग्री ना हो : यदि आप किसी खास स्वाद की बेहतर पहचान करना चाहते हैं तो कोशिश करें कि भोजन में एक बार में पांच से अधिक सामग्री शामिल ना हो।

पसंद के साथ नापसंद का मेल : जो भी खाद्य पदार्थ आपको सबसे अधिक पसंद हो उसके साथ उन खाद्य पदार्थों को मिला सकते हैं, जो सेहतमंद तो हो लेकिन आपको सबसे अधिक नापसंद हो।

आंखों से खाएं हेल्दी

कोई भी खाद्य पदार्थ मुंह से खाने से पहले हम उसे आंखों से खाते हैं यानी वह कितना अच्छा दिख रहा है उस पर ही उसे खाने या ना खाने का निर्णय निर्भर करता है। ऐसी सब्जियां या फल लें जो आपको पसंद नहीं उन्हें सुंदर से आकार वाली कटोरियों या प्लेट में सजाकर टेबल पर रखें और फिर उन्हें खाएं।

भूखे पेट खाएं कुछ नया

जब आपको बहुत तेज भूख लगी हो तो उस समय बिल्कुल नई चीजें ट्राय करें, जो भले ही स्वाद में अच्छा ना हो लेकिन हेल्दी हो।

ढूंढें उसे खाने की वजह

क्या आपने उन चीजों के बारे में रिसर्च की है जो आपके लिए वास्तविक रूप में सेहतमंद हो। इससे आपको उस खाद्य पदार्थ को लगातार खाने का प्रयास करते रहने की प्रेरणा मिलेगी।

नए स्वाद के लिए 15 बार

क्या आपको पता है कि बच्चों को किसी भी नए स्वाद को स्वीकार करने में मां को कम से कम 15 बार प्रयास करने होते हैं कि वह उस खाद्य पदार्थ को पसंद करना शुरू कर दे। वैसे वयस्कों के लिए इतने प्रयास की जरूरत नहीं होती।

 
 
 

Related Articles

Back to top button