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मालूम हो कि शेहला जेएनयू छात्र संघ की उपाध्यक्ष भी हैं और कन्हैया की गिरफ्तारी के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों की बागडोर उन्होंने ही संभाल रखी है।
यह खत जेएनयू छात्र संघ के कार्यालय में भेजा गया है जिसमें शेहला के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों को इस्तेमाल किया गया है। शेहला को देशद्रोह के आरोपियों का समर्थन करने के कारण ‘देशद्रोही’ कहा गया है। विश्वविद्यालय की गरिमा के बारे में भी ऐसे ही शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।
हालांकि इस खत में शेहला के साथ-साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी के खिलाफ भी देशद्रोही शब्द का प्रयोग किया गया है।
शेहला का आरापे है कि उन्हें दूसरी बार ऐसा खत मिला है। बता दें कि इससे पहले योगगुरु बाबा रामदेव के जेएनयू में दौरे का विरोध करने के बाद भी उन्हें इसी तरह की चिट्ठी मिली थी।
शेहला ने उसकी शिकायत राष्ट्रीय महिला आयोग में की थी लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। शेहला का कहना है कि यह खत केवल एक छात्रा होने के नाते ही मेरा अपमान नहीं है बल्कि, एक महिला होने के नाते भी गलत है और इसकी शिकायत वो दिल्ली महिला आयोग में करेंगी।