पटना: बिहार में सत्ता में भागीदार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के एक वरिष्ठ नेता ने राज्य में अपराध का ग्राफ बढ़ने का दोष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर मढ़ा है। पार्टी के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि नीतीश को इस मामले को देखना चाहिए।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार की जेडीयू और आरजेडी ने पिछले वर्ष नवंबर में महागठबंधन की जबर्दस्त जीत के बाद राज्य में मिलकर सरकार बनाई है। इससे पहले जदयू ने करीब एक दशक तक भाजपा के साथ रहकर राज्य में आरजेडी की हार और इसके 15 साल के शासन को खत्म करने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह बिहार में अलग-अलग घटनाओं में तीन इंजीनियरों की हत्या कर दी गई जबकि एक व्यवसायी को मार दिया गया।
‘ड्राइवर’ की भूमिका में हैं नीतीश
रघुवंश ने कहा, ‘हाल ही में इंजीनियरों की सनसनीखेज हत्या की घटना से इस बात को साबित किया है कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है। राज्य में सरकार में नीतीश कुमार ‘ड्राइवर’ की भूमिका में हैं उन्होंने इस स्थिति को और नीचे जाने से रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए।’ आरजेडी नेता ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार में ‘बैकसीट’ पर है और ‘ड्राइवर’ की सीट पर बैठे व्यक्ति की वाहन को सुरक्षित ले जाने की पहली जिम्मेदारी है। गौरतलब है कि राज्य का गृह मंत्रालय भी इस समय नीतीश के पास है।
जेडीयू के लोगों को ‘जयकार’ सुनने की आदत
रघुवंश ने कहा, ‘जेडीयू के लोगों को ‘जयकार’ (प्रशंसा) सुनने की आदत है, उन्हें इसे खत्म कर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने का काम करने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।’ उन्होंने राज्य में बढ़ते अपराध के ग्राफ के खिलाफ बयान के लिए पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद का समर्थन किया।
इस बयान पर जेडीयू की ओर से भी तुरंत प्रतिक्रिया आई। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने कहा कि नीतीश कुमार ने ही राज्य को कानून व्यवस्था की खराब स्थिति से उबारा था और उन्हें इस बारे में किसी की सलाह की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि 1990 से 2005 तक बिहार में आरजेडी सत्ता में थी। आलोचक और विपक्ष इस समय काल को ‘जंगल राज’ की उपमा देते थे। आरजेडी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘एक बच्चा भी सलाह दे सकता है।’
कांग्रेस ने की सधी हुई टिप्पणी
बिहार में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कांग्रेस ने सधी हुई टिप्पणी की है। पार्टी के कोटे से राज्य में मंत्री अशोक चौधरी नीतीश कुमार का समर्थन करते हुए कहा, ‘कानून व्यवस्था हमेशाा ही नीतीश कुमार की खास बात रही है और उन्होंने इसके लिए देशभर में प्रशंसा भी हासिल की है। अपराध की कुछ घटनाएं होती रहती हैं। सीएम की निगाह इन पर है और वे इस पर नियंत्रण करेंगे।’ गौरतलब है कि कांग्रेस बिहार सरकार में तीसरी साझेदार है और चौधी बिहार कांग्रेस के प्रमुख भी हैं।