जेल पहुंचने में चिन्मयानंद को लग गए 8 घंटे, फिर उनके वकील ने दी सफाई
शाहजहांपुर स्थित एसएस लॉ कॉलेज की एलएलएम की छात्रा से दुष्कर्म के आरोपों में घिरे पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद को सोमवार शाम लखनऊ एसजीपीजीआई से छुट्टी दे दी गई। इसके बाद उन्हें देर रात शाहजहांपुर जिला कारागार में दाखिल किया गया। हैरानी की बात यह है कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद चिन्मयानंद को जिला कारागार आने में आठ घंटे का समय लग गया, जबकि एसजीपीजीआई से शाहजहांपुर जेल की दूरी मात्र 183.7 किलोमीटर है। चिन्मयानंद को एसजीपीजीआई से सोमवार शाम 6:30 बजे डिस्चार्ज कर दिया गया था, जबकि वो सोमवार रात 2:30 बजे कारागार पहुंचे। इस दौरान पुलिस का जेल गेट पर कड़ा पहरा था। लखनऊ से जिला कारागार भेजे जाने की सूचना मिलने पर जिला जेल गेट पर भारी फोर्स लगा दी गई थी। रात करीब 2:30 बजे चिन्मयानंद जेल गेट पर पहुंचे। जेल में उनके दाखिल होने के बाद प्रशासन और पुलिस ने राहत की सांस ली।
ब्लॉकेज नहीं मिलने पर भी भर्ती थे चिन्मयानंद
मालूम हो कि चिन्मयानंद को 20 सितंबर को दुष्कर्म मामले में जेल भेजा गया था। इसके बाद अचानक सीने में दर्द की शिकायत होने पर उन्हें लखनऊ पीजीआई में 23 सितंबर को भर्ती कराया गया था। ब्लॉकेज नहीं मिलने पर भी वह वहीं भर्ती थे। सोमवार शाम 6:30 बजे उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
वकील बोले, चिन्मयानंद की आंख में दिक्कत
जेल में बंद चिन्मयानंद से मिलने उनके वकील ओम सिंह भी पहुंचे। उन्होंने बताया कि चिन्मयानंद की आंख में काफी तकलीफ है। एक आंख में पहले से रोशनी नहीं थी, वहीं दूसरी आंख से काफी धुंधला दिखाई पड़ रहा है। उन्होंने वहां डॉक्टर से आंखों के अस्पताल में जाने के लिए कहा था, लेकिन डॉक्टर ने कहा कि वह पहले जेल जाएंगे। वहां के डॉक्टर की रिपोर्ट के बाद ही उन्हें आंखों के अस्पताल में दिखाया जा सकता है।
ओम सिंह का कहना है कि चिन्मयानंद को दिखाने के लिए लखनऊ जल्द जाना पड़ सकता है। इधर चिन्मयानंद के फिरौती मांगने के आरोप में जेल में बंद छात्रा से मिलने के लिए उसके भाई और पिता भी सोमवार को कारागार पहुंचे।