जीवनशैली

जोरदार शोर के बीच लगातार रहने से संवेदी तंत्रिका को नुकसान

जीवनशैली : दुनिया में लगभग 46.6 करोड़ लोगों को सुनने में कठिनाई होती है। चिकित्सकों का मानना है कि अगर कोई उपाय नहीं किया गया, तो 2050 तक यह संख्या बढ़कर 90 करोड़ हो जाएगी। सुनने की क्षमता कई कारणों से प्रभावित हो सकती है। आमतौर पर ज्यादा उम्र होने पर सुनने की क्षमता कम हो जाती है। अनुवांशिक कारणों, दवाओं के गलत प्रयोग, लगातार तेज आवाज में रहने से भी सुनने की क्षमता कमजोर हो सकती है।

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