लखनऊ । उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने बुधवार को अपने 58वें जन्मदिन के मौके पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि जो गुजरात नहीं संभाल पाया वह पूरे देश में एकता और भाइचारा कैसे कायम करेगा।मायावती ने करीब सवा घंटे तक चले अपने लंबे भाषण के दौरान नरेंद्र मोदी के खिलाफ काफी कड़ा रुख अख्तिायार किया। मायावती ने मोदी पर पलटवार करते हुए कहा ‘‘जो गरजते हैं वो बरसते नहीं।’’ मायावती ने कहा ‘‘भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी अपने गुजरात में गोधरा कांड होने से नहीं रोक पाए। जो व्यक्ति 6 करोड़ की आबादी वाले गुजरात में एकता और भाइचारा कायम नहीं कर पाया वह देश कैसे चलाएगा।’’ उन्होंने कहा कि मोदी उप्र में कई सभाएं कर चुके हैं और हर जनसभा में उन्होंने यहां के युवकों महिलाओं व्यापारियों और अन्य लोगों से काफी लोकलुभावन वादे किए हैं। मायावती ने कहा ‘‘मोदी जो दावे और वादे कर रहे हैं वह भाजपा ने केंद्र में अपने छह साल के शासन के दौरान क्यों नहीं पूरे किए। सवाल यह भी है कि देश में भाजपा शासित राज्यों में भी उनके ये वादे कहीं पूरे होते नहीं दिखाई दे रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि गुजरात में हुए गोधरा कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि पूरे देश में गुजरात की पैटर्न पर ही काम किया जाएगा। मायावती ने कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी)की रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात में हर तीसरा बच्चा कुपोषण का शिकार है। वहां दलितों एवं पिछड़ों की हालत काफी दयनीय है। मायावती ने यह भी आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरदार बल्लभ भाई पटेल के नाम पर स्टेचू ऑफ यूनिटी का निर्माण करवा रहे हैं और रन फॉर यूनिटी करवा रहे हैं। इस तरह के कार्यक्रम राजनीति से प्रेरित हैं जो महज वोट बैंक की लालच में किया जा रहा है। मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां मुजफ्फरनगर में लोगों को राहत नहीं मिल रही है और ठंड से बच्चों की लागातार मौतें हो रही हैं वहीं दूसरी ओर मुलायम और अखिलेश सैफई में सरकारी पैसे को पानी की तरह बहा रहे हैं। बॉलीवुड कलाकार सलमान खान का नाम लेते हुए मायावती ने अपील की कि इस तरह के किसी भी कार्यक्रमों में जाने से पहले सूबे की परिस्थतियों और माहौल को भी ध्यान में रखेंगे तो ज्यादा बेहतर होगा।