जौनपुर के जंगल में सूनसान स्थानों पर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं ईसाई मिशनरी
जौनपुर : पुलिस, प्रशासन के साथ खुफिया विभाग भी चंगाई आैर खुशहाली का स्वप्न दिखाने वाले ईसाई मिशनरियाें की कुंडली अपने-अपने स्तर से तैयार कर रहा है। एेसे में खाैफ खाए ईसाई मिशनरी गांवाें से बाहर निकलकर जंगलाें में अपना डेरा जमाना शुरू कर दिए हैं। इसका खुलासा आज खेतासराय के जमदहां स्थित जंगल में हुआ। जहां दाे लड़कियां, करीब 50 गरीब महिलाआें काे प्रभु यीशू की प्रार्थना करा रही थी। इसकी जानकारी हाेते ही पुलिस माैके पर पहुंची आैर वीडियाे तैयार कर कार्रवाई में जुट गई। धर्मांतरण का खेल करीब डेढ़ दशक से जिले में चल रहा है, जाे दिनों-दिन तेज हाेता जा रहा था। परेशान, लाचार लाेग चंगाई आैर खुशहाली के लिए के धर्म परिर्तन कर रहे हैं। इसमें ज्यादातर गरीबी से परेशान परिवार के लाेग शामिल हैं। चंदवक थानांतर्गत भूलनडीह गांव में 11वर्षों से चल रहे खेल का भंडाफाेड़ हाेने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। संंचालक दुर्गा यादव समेत 271 लोगों पर मामला दर्ज जांच बैठा दिया। पुलिस ने यहां की प्रार्थना स्थल की गेट पर ताला लटकवाते हुए कार्रवाई शुरू किया। पादरियाें काे गिरफ्तार की, फिर क्या हिंदू संगठन धर्म संबंधित अनुयायियाें से संपर्क किए ताे वह पुन: अपने सनातन धर्म में आना शुरू हाे गए।
इस दाैरान पुलिस एक युवक काे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस से बचने के लिए ईसाई मिशनरियाें ने नये तरीके का ईजाद कर लिया। वह आबादी वाले इलाकाें से हटकर जंगल की आेर अपना डेरा जमाना शुरू लिए। इसका खुलासा खेतासराय थाना क्षेत्र के जमदहां गांव स्थित जंगल में हुआ। यहां चल रहे ईसाइयत के खेल जानकारी हाेने पर पुलिस भी पहुंची, किंतु मुख्य पादरी इसके पहले ही हट गया। पुलिस उस तक पहुंचने की काफी काेशिश की, किंतु नाकाम रही। इस दाैरान वीडियाे बनाया। प्रार्थना करने आई महिलाआें काे अधिश्वास पर इतना भराेसा है कि वह मानती हैं कि उनके धर्म गुरु (फादर) मुर्दे को भी जिंदा कर सकते हैं, इतनी उनकी क्षमता है। पुलिस का कहना है कि अभी जांच की जा रही है, ठाेस कार्रवाई की जाएगी।