झूठा मुकदमा हो सकता है दर्ज तो फिर निलंबन कोई बड़ी बात नहीं, नूतन ठाकुर
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ टकराव में उलझे और इस लड़ाई को केंद्र तक ले जाने वाले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया है। दूसरी तरफ सोशल एक्टिविस्ट तथा आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर को पति के निलंबन पर कोई आश्चर्य नहीं है। उनका मानना है कि जब उत्तर प्रदेश में एक आइपीएस अधिकारी पर दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज हो सकता है तो फिर निलंबन कोई बड़ी बात नहीं है। इससे पहले राज्य सरकार ने ठाकुर को दायित्व निर्वहन में कोताही, अनुशासनहीनता, सरकार विरोधी रूख अपनाने और उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना के प्रथम दृष्टया आरोपों को लेकर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विज्ञप्ति के अनुसार निलंबन की अवधि में ठाकुर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय से संबद्ध रहेंगे और डीजीपी की मंजूरी के बिना राज्य मुख्यालय से बाहर नहीं जाएंगेे। पुलिस महानिरीक्षक पद से आज देर रात निलम्बित किए गए अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश सरकार की इस कार्रवाई पर कुछ भी कहने से मना कर दिया। वैसे, ठाकुर ने कहा यहां तो छोटी-छोटी बात पर निलम्बन हो जाता है। वैसे वह अपने निलम्बन के बारे में कुछ भी नहीं कहेंगे। ‘‘ मेरी प्रतिक्रिया है नो कमेंट ‘‘उन्होंने कहा, ‘मैं संबंधित अदालत में मामला उठाउंगा।’’ इससे पहले उन्होंने आज दिल्ली आकर केन्द्रीय गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव अनंत कुमार सिंह से मुलाकात की। उन्होंने खुद और अपनी पत्नी एवं सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर के लिए केन्द्रीय बलों की सुरक्षा मांगी। उन्होंने नार्थ लाक के बाहर संवाददाताआें से कहा, ‘‘मुलायम सिंह यादव ने मुझे नतीजा भुगत लेने की धमकी दी है इसलिए मैं आज अतिरिक्त सचिव से मिला और खुद के लिए एवं अपनी पत्नी के लिए केन्द्रीय बलों की सुरक्षा मांगी।’’