टायरों के निवेश में छुपी प्रगति की गति
सुरक्षित यात्रा के लिए आपके वाहन के टायरों का अच्छी हालत में होना जरुरी है .इससे पूरी यात्रा आसान होकर गतिमान रहती है .ठीक इस तरह टायर कंपनियों में किए गए निवेश में आपके मुनाफे की गति भी छुपी होती है.आपको शायद यकीन न आए लेकिन यह सच है कि जिन्होंने टायर कम्पनी में निवेश किया वे करोड़ों के मालिक बन गए.आंकड़े कहते हैं कि टायर सेक्टर की 4 कंपनियों के शेयरों को पिछले 15 सालों में 5,000 फीसदी ग्रोथ मिली है.
आपको बता दें कि टायर निर्माता कंपनी बालकृष्ण इंडस्ट्रीज (BIL) के शेयरों में 15 साल पहले 1 लाख रुपये का किया गया निवेश अब 6 करोड़ रुपये दे चुका है. 15 नवंबर 2002 को 3.47 रुपये के शेयर 17 नवंबर 2017 को 2,083 रुपये के हो गए.यही हाल MRF का भी है. इसके स्टॉक में 8,132 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई है, यानी 15 नवंबर 2002 को इसके एक शेयर की कीमत 844 रुपये थी जो 17 नवंबर 2017 को 69,477 हो गई.
इस तरह टीवीएस, श्रीचक्र और सिएट के शेयरों का पहिया भी इसी तरह तेज गति से घूम रहा है. नवंबर 2002 से 2017 के बीच 15 सालों में इसके शेयरों में क्रमश: 7,675 फीसदी और 6,159 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. गुड़ ईयर इंडिया , जेके टायर और अपोलो टायर्स के निवेशक भी मालामाल हो गए. इनके निवेशकों को क्रमश: 2,996 फीसदी, 2,658 फीसदी और 1,701 फीसदी का फायदा हुआ. इससे यह बात साबित होती है कि टायर कंपनियों में निवेश में प्रगति की गति छुपी हुई है.