टिड्डियों का खौफ, दहशत में हैं उत्तर प्रदेश के किसान
कानपुर : टिड्डी दल का खतरा उत्तर प्रदेश में अभी कम नहीं हुआ है। हवा के रुख के साथ फतेहपुर, कानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, उन्नाव, हमीरपुर में प्रवेश करने की आशंका बढ़ गई है। कृषि विभाग ने किसानों को समूह में शोर मचाने और आग जलाने का निर्देश दिया है।
कृषि विभाग के अनुसार मंगलवार की शाम प्रयागराज पहुंचने के बाद टिड्डियां दो दलों में बंट गई हैं। इनमें से टिड्डियों का एक दल भदोही, प्रतापगढ़, मिर्जापुर, सोनभद्र की ओर उड़ गया है, जबकि दूसरे ने प्रयागराज की सीमा में करछना, फूलपुर के पास डेरा डाल दिया है। गुरुवार को उनकी सही स्थिति स्पष्ट होने की बात कही जा रही है, जीपीएस मैपिंग से उनकी निगरानी कराई जा रही है।
कृषि विशेषज्ञों ने मानें तो यह दल डेढ़ किमी लंबा बताया जा रहा है और इसमें भी छह से सात करोड़ टिड्डियों के होने का अनुमान है। कानपुर जिला कृषि रक्षा अधिकारी आशीष कुमार सिंह ने बताया कि टिड्डियों का खतरा अभी बना हुआ है। किसानों से अपील की जा रही है कि टिड्डियों के आने की तत्काल सूचना दें। किसान समूह बनाकर धुआं करें तथा ढोल, नगाड़े, ड्रम, कनस्तर बजाएं, पटाखे भी छुड़ाएं। उन्होंने बताया कि टिड्डियों से निपटने की सारी तैयारियां हैं।
फायर ब्रिगेड से पांच गाडिय़ां ली गई हैं। इन्हें घाटमपुर और सरसौल क्षेत्र में लगाया जाएगा। कृषि अधिकारियों के अनुसार पाकिस्तान और उसकी सीमा से लगते राजस्थान के क्षेत्र में टिड्डियों के कई छोटे दल सक्रिय हैं। इनके दलों की लंबाई 800 मीटर से एक किमी तक की है।