टीम इंडिया के कोच के लिए मूडी और सहवाग भी रेस में, कर्स्टन-जयवर्धने कर सकते हैं अप्लाई
नई दिल्ली : टीम इंडिया के मुख्य कोच के लिए 30 जुलाई तक बीसीसीआई ने आवेदन मंगवाए हैं। वर्तमान कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल वर्ल्ड कप के बाद समाप्त हो गया था। वेस्टइंडीज दौरे के लिए उनका कार्यकाल बढ़ाया गया। शास्त्री को आवेदन नहीं करना होगा। वे सीधे इंटरव्यू देंगे। शास्त्री के साथ इस रेस में गैरी कर्स्टन, महेला जयवर्धने, टॉम मूडी और वीरेंद्र सहवाग भी हैं। कर्स्टन की कोचिंग में भारतीय टीम 2011 में वर्ल्ड कप जीती थी। जयवर्धने की कोचिंग में मुंबई इंडियंस दो बार और टॉम मूडी के साथ सनराइजर्स हैदराबाद एक बार आईपीएल चैम्पियन बनी थी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20 हजार से ज्यादा रन बना चुके जयवर्धने श्रीलंकाई टीम के कप्तान भी थे। वे 2015 में इंग्लैंड टीम के बल्लेबाजी सलाहकार थे। इसके बाद 2017 में उन्हें मुंबई इंडियंस का कोच बनाया गया। उनके साथ टीम 2017 और 2019 में चैम्पियन बनी। जयवर्धने 2008 से 2010 तक किंग्स इलेवन पंजाब, 2011 में कोच्चि टस्कर्स केरला और 2012 से 2014 तक दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए आईपीएल में खेले थे। ग्रैग चैपल की कोचिंग में 2007 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो गई।
इसके बाद 2008 में कर्स्टन को टीम इंडिया का कोच बनाया गया। उन्होंने 2008 से 2011 तक टीम को कोचिंग दी। पारिवारिक कारणों से उन्होंने अपना करार आगे नहीं बढ़ाया था। भारत के बाद उन्होंने दो साल तक दक्षिण अफ्रीकी टीम को कोचिंग दी। इसके बाद 2014 से 2015 तक दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच रहे। वे 2018 से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कोच हैं। इस टीम के कप्तान विराट कोहली हैं। हाल ही में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के लिए भी कर्स्टन का नाम सामने आया था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर टॉम मूडी 2005 में जॉन राइट के बाद भारतीय टीम के कोच बनने के दावेदार थे, लेकिन चैपल को यह जिम्मेदारी दी गई थी। इसके बाद मूडी श्रीलंकाई टीम के कोच बने। उनकी कोचिंग में श्रीलंका 2007 वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंची थी। उन्होंने 2007 बिग बैश में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया को कोचिंग दी। इसके बाद आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद के भी कोच रहे। उनकी कोचिंग में ही सनराइजर्स की टीम 2016 में चैम्पियन बनी थी। उन्हें हाल ही सनराइजर्स ने कोच पद से हटा दिया है। अनिल कुंबले ने जब 2017 में कोच पद से इस्तीफा दिया, तब सहवाग इसके मुख्य दावेदार माने जा रहे थे। सेलेक्शन के दौरान सहवाग की कैजुअल अप्रोच को देखते हुए क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (सीएसी) ने उन्हें कोच नहीं बनाया। सहवाग 2016 में किंग्स इलेवन पंजाब के मेंटर थे। उन्होंने 30 से ज्यादा टेस्ट और 50 से ज्यादा वनडे खेले हैं, लेकिन उनके पास कोचिंग का कोई सर्टिफिकेट नहीं है। कोच पद के लिए बीसीसीआई ने दो साल का अनुभव मांगा है। 57 साल के शास्त्री टीम इंडिया के कप्तान कोहली की पसंद थे। शास्त्री को बतौर कोच खुद को साबित करने के लिए चार बड़े मौके मिले- दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज और फिर वर्ल्ड कप, लेकिन इन 4 में से 3 मिशन में वे फेल रहे। टीम दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी। पिछले दिनों खत्म हुए वर्ल्ड कप के फाइनल में भी टीम जगह नहीं बना सकी। उनकी एक बड़ी उपलब्धि ऑस्ट्रेलिया में टीम को पहली बार टेस्ट सीरीज में जीत दिलाना है।