ब्रेकिंगस्पोर्ट्स

टीम इंडिया के लिए टेस्ट में ओपनिंग की समस्या को सुलझाएंगे रोहित शर्मा? बंधी उम्मीद

नई दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए गुरुवार को भारतीय टीम का ऐलान किया गया। चयनकर्ताओं ने फॉर्म से जूझ रहे केएल राहुल को बाहर कर दिया और रोहित शर्मा को बतौर ओपनर नई भूमिका देने का फैसला किया। राहुल ने अपनी पिछली 12 पारियों में एक बार भी 50 का स्कोर नहीं बनाया था। हाल ही में वेस्ट इंडीज के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज में भी वह बतौर ओपनर अपनी छाप नहीं छोड़ पाए थे। भारत वे दोनों मैच जीतकर आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में टॉप पर कायम है। पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली उन लोगों में शुमार हैं जिन्होंने रोहित से टेस्ट क्रिकेट में पारी की शुरुआत करवाने की पैरवी की थी। रोहित 50 ओवर वर्ल्ड कप में शानदार फॉर्म में थे। उन्होंने उस टूर्नमेंट में पांच शतक लगाए थे। अब ऐसा लग रहा है कि दो अक्टूबर से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में रोहित अब मयंक अग्रवाल के साथ पारी की शुरुआत करेंगे।

मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने 15 सदस्यीय टीम की घोषणा करने के मौके पर कहा, हम रोहित शर्मा को टेस्ट में पारी की शुरुआत करने का मौका देना चाहते हैं। रोहित एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीन दोहरे शतक लगाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनका बल्लेबाजी औसत करीब 40 का है। 32 वर्षीय रोहित सीमित ओवरों के अपने खेल को टेस्ट में दोहराने में असफल रहे हैं। अब उम्मीद की जा रही है कि पारी की शुरुआत करने की नई जिम्मेदारी 27 टेस्ट खेल चुके रोहित के लिए मददगार साबित हो सकती है। टीम इंडिया की परेशानी- दुनिया की चोटी की टीम होने के बावजूद भारतीय टीम ओपनिंग कॉम्बिनेशन को लेकर परेशान रही है। साल 2018 से लेकर अभी तक टीम ने टेस्ट क्रिकेट में सात ओपनर्स आजमाए हैं। केएल राहुल, मुरली विजय, शिखर धवन, पृथ्वी साव, पार्थिव पटेल, मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी इस दौरान पारी की शुरुआत कर चुके हैं। राहुल को सबसे ज्यादा- 13 टेस्ट और 23 पारियों का मौका मिला- उन्होंने सबसे ज्यादा रन (491) भी बनाए हैं। लेकिन अगर आप उनकी औसत को देखें तो वह चौथे स्थान पर खिसक जाते हैं। सबसे ऊपर साव (118.50) हैं, फिर अग्रवाल (39.28) और धवन (27.36) का नंबर आता है। साव सस्पेंशन के कारण 15 नवंबर तक प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर हैं। और अग्रवाल का टॉप ऑर्डर में खेलना तय लग रहा है। धवन और विजय लगातार असफल रहे हैं इसलिए उनका टीम में जगह बना पाना मुश्किल लग रहा है। अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान मिडल ऑर्डर में शानदार प्रदर्शन किया, ऐसे में उनके स्थान के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ की संभावना नजर नहीं आता।

Related Articles

Back to top button