उत्तराखंड के कोटद्वार में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने हर किसी को झकझोर दिया। कथित हैवानों ने बच्ची से दुष्कर्म किया और उसका शव झाड़ियों में फेंक दिया।
कोटद्वार में लापता 10 साल की मासूम की दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर हत्या कर दी गई। मृतका के शव को कुत्तों और सुअरों ने नोच डाला। कथित आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल के आस-पास से उसके अंगों को एकत्र किया। मामले में पुलिस ने नेपाली मूल के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है।
कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि नगर निगम के एक वार्ड से गत पांच अगस्त की शाम को दुकान में सामान लेने गई कक्षा पांच की छात्रा लापता हो गई थी। मामले में मंगलवार को परिजनों की ओर से कोतवाली पुलिस को तहरीर दी गई। उन्होंने बताया कि तहरीर के आधार पर बच्ची की खोजबीन के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया।
टीम ने क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो उसमें एक युवक बच्ची को ले जाते हुए दिखाई दिया। पुलिस ने जिस स्कूल में बच्ची पढ़ती थी वहां की भोजनमाता से भी पूछताछ की। भोजनमाता ने पुलिस को बताया कि एक व्यक्ति बच्ची के संबंध में पूछताछ कर रहा था।
शक होने पर पुलिस ने भोजनमाता के बताए हुलिए के आधार पर मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एक आरोपी पदम (28) पुत्र कालू राम को गाड़ीघाट तिराहे से गिरफ्तार किया।
आरोपी से सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने बच्ची से दुष्कर्म कर उसका गला घोंटकर हत्या करने की बात कबूली और अपने साथी का नाम बताया। पुलिस ने दूसरे आरोपी अशोक (31) पुत्र सूरत को भी गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर रेलवे स्टेशन के समीप झाड़ियों से बच्ची के शव को बरामद किया।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या, दुष्कर्म और पोक्सो की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस टीम में एसएसआई प्रदीप नेगी, बाजार चौकी इंचार्ज कमलेश शर्मा और कलालघाटी चौकी इंचार्ज संदीप शर्मा शामिल रहे।
दोनों आरोपियों का उनके घर में खूब आना जाना था। घटना के बाद भी दोनों आरोपी उनके घर में आते जाते रहे, जिससे दोनों पर किसी का शक नहीं गया। घटना का खुलासा करने में सीसीटीवी फुटेज और भोजन माता की अहम भूमिका रही।
दोनों आरोपियों ने शराब के नशे में बच्ची के साथ दुष्कर्म और उसका गला घोंटने की बात बताई है। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि पुलिस को गायब बच्ची का शव रेलवे ट्रैक के समीप झाड़ियों से मिला है।
पुलिस मामले की विवेचना को 10-15 दिन में ही पूरा कर आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने का प्रयास करेगी। इसके लिए पुलिस मामले में न्यायालय से प्रतिदिन सुनवाई करने का आग्रह करेगी।