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टॉप ऑडर का बजा बैंड, पांड्या ने जमाया रंग

-सैय्यद मोहम्मद अब्बास

दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर टीम इंडिया की शुरुआत एक बार फिर बेहद खराब हुई है। कोहली की सेना दक्षिण अफ्रीका के हालत में गिरती-पड़ती दिख रही है। आलम तो यह रहा जो भारत में दोहरा शतक जड़ते थे वह यहां की पिच पर रन बनाने के लिए तरस रहे हैं। कोहली और रोहित शर्मा का हाल यही देखने को मिला। दोनों ही बल्लेबाज भारतीय पिचों पर सबसे खतरनाक साबित हो रहे थे लेकिन यहां पर इनका पैर तक नहीं चल रहा है। टीम इंडिया ने दूसरे दिन हार्दिक पांड्या ने अकेले अपनी बल्लेबाजी की बदौलत टीम इंडिया को मैच वापसी करा दी है। दूसरे दिन चायकाल तक टीम इंडिया ने सात विकेट पर 185 रन बना डाले थे जबकि हार्दिक पांड्या ने नाबाद 81 और भुवी ने 24 रन बनाकर मैदान में डटे हुए है। आठवें विकेट के लिए हार्दिक पांड्या व भुवी ने 93 रन जोड़ डाले हैं। भारतीय टीम ने इस टेस्ट में अंतिम ग्यारह चुनने में भी बहुत बड़ी गलती की है। उन्होंने रहाणे से किनारा किया जबकि इन हालातों में रहाणे बल्लेबाजी करने में माहिर है। अश्विन की जगह इस टीम में नहीं बनती दिख रही है। वहीं रोहित शर्मा के हालिया फॉर्म के सहारे वह टेस्ट में जगह बनाने में कामयाब हो गए लेकिन रहाणे उनसे ज्यादा उपयोगी साबित होते।

दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज लगातार टीम इंडिया के बल्लेबाजों की आंखों में झांक कर डराने की कोशिश में जुटे हुए है। गनीमत हैं कि दक्षिण अफ्रीका ने पहले टॉस जीतकर टीम इंडिया को बल्लेबाजी के लिए न्यौता नहीं दिया था बल्कि मेजबान खूद बल्लेबाजी करने का फैसला कर लिया था। हालांकि उनका यह कदम उस समय घातक साबित होता दिखा जब टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका को शुरुआती तीन झटके तो केवल 12 रन पर लग गए थे, तब ऐसा लगा कि दक्षिण अफ्रीका यह दांव उसपर उल्टा पड़ गया है लेकिन अब्राहम डिविलियर्स 65 और फाफ डु प्लेसिस 62 रन बनाकर मेजबान टीम को संकट निकाल लिया। दक्षिण अफ्रीका ने किसी तरह से पहले दिन संघर्ष करते हुए 286 रन का स्कोर बनाने में कामयाब हो गई। भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार ने चार विकेट लिए। रविचंद्रन अश्विन ने दो विकेट चटकाए। मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या को एक-एक विकेट मिला। इस मुकाबले के पहले दिन भुवी सबसे खतरनाक गेंदबाज नजर आ रहे थे। दरअसल उनकी गेंदे इन हालातों में कातिलाना हो जाती है।

टीम इंडिया की बल्लेबाजी की कलई तो पहले ही दिन खुल गई थी जब टीम इंडिया को पांचवें ओवर की चौथी गेंद पर वर्नोन फिलेंडर ने मुरली विजय (1) को डीन एल्गर के हाथों कैच करा भारत को पहला झटका दिया। विजय का विकेट 16 के कुल स्कोर पर गिरा जबकि दो रन बाद ही अच्छी लय में दिख रहे शिखर धवन (16) को डेल स्टेन ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट किया। कप्तान विराट कोहली से टीम को उम्मीदें थीं, लेकिन कोहली को पांच के निजी स्कोर पर मोर्ने मोर्केल ने विकेट के पीछे क्विंटन डी कॉक के हाथों कैच कराया। दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने भी दिन का खेल खत्म होने तक भारत के 11 ओवरों में 28 रनों पर ही तीन विकेट चटका दिए।

मैच के दूसरे दिन पुजारा और रोहित शर्मा से खास उम्मीदे थी लेकिन दोनों एक बार फिर तेज पिच पर कुछ खास कमाल नहीं कर सके। रोहित ने 11 रन बनाने के लिए 59 गेंदों का सामना किया लेकिन बाद में उनका धैर्य जवाब दे गया और पुरानी कमजोरी के तहत वह रबाड़ा ने उनका विकेट झटक लिया। पुजारा ने विकेट पर जमने की पूरी कोशिश लेकिन उनका भी वही हाल हुआ यानी तेज पिचों पर उनका बल्ला कुंद पड़ जाता है और कुल 92 गेंदे खेलने के बाद केवल 25 रन ही बना सके। वहीं इस मुकाबले में पांड्या ने एक बार फिर साबित किया कि वह भारत के अगले कपिल देव बन सकते हैं। उन्होंने अपने बल्लेबाज जानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया को किसी तरह दूसरे दिन मैच में बनाया रखा है।

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