केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी परियोजना को लागू करने के मामले में उत्तर प्रदेश ने पहला स्थान हासिल किया है। केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय के इंडिया स्मार्ट सिटीज कॉन्टेस्ट में यूपी को पहला स्थान मिला है, जबकि मध्य प्रदेश दूसरे और तमिलनाडु तीसरे स्थान पर रहा है। यदि शहरों की बात करें तो मध्य प्रदेश के इंदौर और गुजरात के सूरत को संयुक्त रूप से पहला स्थान मिला है। वहीं केंद्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ़ पहले स्थान पर रहा है। स्मार्ट सिटी मिशन, अमृत योजना और प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के 6 साल पूरे होने के मौके पर शुक्रवार को इन अवॉर्ड्स का ऐलान किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने 25 जून, 2015 को इन सभी योजनाओं को लॉन्च किया था।
इन अवॉर्ड्स के लिए राज्यों और शहरों को चुनने का आधार गवर्नेंस, कल्चर, शहरी वातावरण, सैनिटेशन, अर्थव्यवस्था, पानी और परिवहन को माना जाता है। लेकिन इस साल इसमें कुछ और कैटिगरीज को स्थायी बिजनेस मॉडल के तहत जोड़ा गया है। इनमें से कोरोना का प्रबंधन भी है। शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इन अवॉर्ड्स का ऐलान करते हुए कहा कि हमने 2018 में इसकी शुरुआत की थी। इंडिया स्मार्ट सिटीज अवॉर्ड कॉन्टेस्ट के जरिए शहरों को यह बताने का मौका मिलता है कि उनकी ओर से व्यवस्था को सुधारने के लिए क्या नए प्रयोग किए गए हैं। इससे उन्हें पहचान मिलती है और दूसरे शहरों एवं राज्यों को भी अनुभव हासिल होता है कि वे अपनी ओर से क्या प्रयोग कर सकते हैं।
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि इस साल कोरोना से निपटने के लिए कंट्रोल सेंटर को भी इसके लिए एक आधार बनाया गया है। इसके अलावा इंटेलिजेंस ट्रैफिक मैनेजमेंट, अर्बन एन्वायरनमेंट, स्मार्ट वॉटर मैनेजमेंट, वेस्ट टू एनर्जी जनरेशन और कुछ मानकों को भी शामिल किया गया है। हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि स्मार्ट सिटी अवॉर्ड्स 2020 के लिए 5 कैटिगरीज तय की गई हैं। इंदौर और सूरत ने एक बार फिर से स्मार्ट सिटी की रैंकिंग में संयुक्त रूप से टॉप स्थान हासिल किया है। इससे पहले सूरत ने 2018 में यह अवॉर्ड हासिल किया था। बता दें कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इंदौर में 5099.6 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। वहीं सूरत में 2597 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम जारी है।