अन्तर्राष्ट्रीय
ट्रंप के दबाव में पाक ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड सईद को किया नजरबंद
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में आखिरकार पाकिस्तान को हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करने को मजबूर होना पड़ा है। लाहौर में सोमवार रात को मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और जमात उद दावा के सरगना हाफिज सईद समेत पांच लोगों को नजरबंद कर दिया गया।पंजाब सरकार के गृह मंत्रालय ने सईद को हिरासत में लेने का आदेश जारी किया था। इसके बाद लाहौर पुलिस चौबुर्जी स्थित जमात उद दावा के मुख्यालय पहुंची और सईद को हिरासत में ले लिया गया।जमात उद दावा (जेयूडी) के मुख्यालय में मौजूद अहमद नदीम ने बताया कि हाफिज सईद को चौबुर्जी स्थित मस्जिद ए कदासिया में नजरबंद किया गया है और परिसर को भारी संख्या में पुलिस बल ने घेर लिया है। पंजाब सरकार ने ट्रंप प्रशासन की चेतावनी के बाद आतंकवाद के खिलाफ यह पहला कदम उठाया है।
अमेरिका पहले ही पाकिस्तान को साफ कह चुका है कि अगर वह जमात उद दावा और सईद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है तो उसे प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। अमेरिका सईद पर 2012 में ही 1 करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर चुका है।
तीन दिन पहले ही पंजाब के गृह मंत्रालय ने सईद और चार अन्य का नाम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 1267 प्रतिबंधों के तहत वॉच लिस्ट में शामिल कर इन्हें हिरासत में लेने का आदेश जारी किया था। हिरासत में लिए गए चार अन्य लोगों में अब्दुल्ला उबेद, जफर इकबाल, अब्दुरहमान आबिद और काजी कासिफ नियाज का नाम शामिल है।
तीन दिन पहले ही पंजाब के गृह मंत्रालय ने सईद और चार अन्य का नाम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 1267 प्रतिबंधों के तहत वॉच लिस्ट में शामिल कर इन्हें हिरासत में लेने का आदेश जारी किया था। हिरासत में लिए गए चार अन्य लोगों में अब्दुल्ला उबेद, जफर इकबाल, अब्दुरहमान आबिद और काजी कासिफ नियाज का नाम शामिल है।
गौरतलब है कि अमेरिका हाफिज सईद को आतंकी घोषित कर चुका है। जमात उद दावा प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर ए ताइबा का ही मुखौटा है, जो भारत में 26 नवंबर 2008 को मुंबई आतंकी हमले समेत कई हमलों के लिए जिम्मेदार है और इन सभी हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद है। अमेरिका ने जून 2014 में जमात उद दावा को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया था।