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ट्रेनों की लेट-लतीफी में उत्तर रेलवे नंबर वन


लखनऊ : उत्तर रेलवे का लखनऊ मंडल ट्रेनों की लेट-लतीफी में पूरे देश में पहले नंबर पर है। रेलवे बोर्ड की ओर से पिछले हफ्ते तैयार की गई ट्रेनों की पंक्चुअलिटी रिपोर्ट में यह आंकड़ा सामने आया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, नॉर्दर्न रेलवे के लखनऊ मंडल में ट्रेनों की पंक्चुअलिटी 33.92 प्रतिशत है, यानी इस मंडल से गुजरने वाली 10 ट्रेनों में चार भी वक्त पर नहीं चल पा रहीं। इसी तरह, एनईआर का लखनऊ मंडल ट्रेनों की लेट-लतीफी के मामले में 13वें नंबर पर है। इस मंडल में ट्रेनों की पंक्चुअलिटी 65.71 फीसदी है। ट्रेनों की लेट-लतीफी पर रेलमंत्री से लेकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन तक हाय-तौबा मचा रहे हैं, लेकिन पटरियों की मेंटेनेंस के नाम पर रोकी जा रही ट्रेनें पूरी रफ्तार नहीं पकड़ पा रहीं। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने बीते महीने चेतावनी दी थी कि अफसर महीने भर में ट्रेन संचालन सुधार लें अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद अफसरों ने ट्रेनों की लेट-लतीफी में सुधार के लिए कवायद शुरू की।

और डीआएम जैसे अफसर भी रोजाना ट्रेनों के समय पर चलने की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इन सभी कोशिशों के बावजूद उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में ट्रेनों के समय पर संचालन में कोई सुधार नहीं आया है। रेलवे बोर्ड की हालिया रिपोर्ट इसकी गवाह है। ट्रेनों की लेट-लतीफी का ग्राफ 35-40 घंटे से पांच-छह घंटे तक आ गया है, लेकिन पीयूष गोयल की अपेक्षाओं से यह ग्राफ काफी नीचे है। ट्रेनों की लेट-लतीफी में मामले में दूसरे नम्बर पर नॉर्थ सेंट्रल रेलवे का इलाहाबाद मंडल है। इस मंडल में ट्रेनों की पंक्चुअलिटी 39.45 प्रतिशत है। इसी तरह नॉर्दर्न रेलवे का मुरादाबाद मंडल तीसरे नंबर पर है। यहां ट्रेनों की पंक्चुअलिटी 40.93 फीसदी है। उत्तर रेलवे का दिल्ली मंडल 9वें स्थान पर है। ट्रेनों के समय पर चलने के मामले में वेस्टर्न रेलवे का भावनगर पहले और एनएफ रेलवे का तिनसुकिया मंडल दूसरे स्थान पर है।

इसी तरह इज्जतनगर मंडल 8वें और आगरा मंडल 25वें नंबर पर है। ट्रेनों के समय पर चलने का ग्राफ न सुधरने पर ऑपरेटिंग अफसरों पर कार्रवाई हो सकती है। अगर जीएम और डीआरएम की जवाबदेही तय होगी, तो वह नीचे के अफसरों पर जिम्मेदारी डालेंगे, हालांकि अधिकारियों को उम्मीद है कि अगले हफ्ते आने वाले कम्पोजिट पंक्चुअलिटी रिपोर्ट में उत्तर और पूर्वोत्तर रेलवे का ग्राफ बढ़ सकता है। इस बारे में रेल मंत्रालय, मीडिया कॉर्पोरेट सेल के डायरेक्टर आरडी बाजपेयी ने कहा, ट्रेनों के परिचालन में कई स्तरों पर मॉनिटरिंग चल रही है। ट्रैक मेंटेनेंस के लिए लगातार दिए जा रहे ब्लॉक के बाजवूद ट्रेनों के लेट होने के घंटों में काफी कमी आई है। जल्द ही बेहतर परिणाम सामने आएंगे।

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