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‘ट्विटर’ के जरिए स्टार्ट अप्स की ‘सेवा’, लांचिंग आज
मल्टीमीडिया डेस्क। ‘प्रत्येक मनमंदिर में स्थित ईश्वर की पूजा ही सेवा है।’ इस ध्येय वाक्य के साथ केंद्र सरकार नए उद्यमियों (स्टार्ट अप्स) को प्रोत्साहित करने के लिए ‘ट्विटर सेवा’ शुरू करने जा रही है। एक नजर 21 अप्रैल को लांच होने वाले इस प्रोग्राम से जुड़ी अहम बातों पर –
- ‘ट्विटर सेवा’ क्या है – माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर को मंच बनाकर भारत सरकार एक नई सेवा शुरू करने जा रही है, जिसे ‘ट्विटर सेवा’ नाम दिया गया है। एक तरह से यह सरकार की हॉटलाइन सेवा है, जिसके जरिए कोई भी सरकार से सीधा संपर्क साध सकेगा।
- ‘ट्विटर सेवा’ का मकसद – इसका मकसद युवा उद्यमियों को प्रोत्हासित करना और उनकी समस्याओं का तुरंत समाधान करना है।
- कौन दे रहा है – यह मुख्य रूप से भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय की पहल है, जिसके साथ वे तमाम मंत्रालय जुड़े हैं, जिनका संबंध किसी भी उद्योग को स्थापित करने से हो सकता है।
- यह किसके लिए है – यह विशुद्ध रूप से युवा उद्यमियों के लिए है। ऐसे युवाओं के लिए जो यूनिक आइडियाज पर आधारित प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते हैं या चला रहे हैं।
- कौन-सी सेवा मिलती है – यहां जानकारी और मार्गदर्शन मिलेगा, साथ ही समस्याओं का निराकरण भी होगा। मान लीजिए आपको कोई उद्यम शुरू करना है तो आप अपनी प्लानिंग ‘ट्विटर सेवा’ के माध्यम से सरकार को बताते हैं। आप पता कर सकते हैं कि उस प्रोजेक्ट के लिए क्या-क्या करना होगा? कौन-सी सरकारी योजना के तहत मदद मिलेगी? कितना ऋण मिलेगा? किन-किन मंत्रालयों से अनुमति जरूरी होगी? सभी मंत्रालय इससे जुड़े होंगे तो पूरी कागजी कार्रवाई भी एक ही जगह हो सकेगी।
- पर्दे के पीछे यूं होगा काम – इसके लिए सरकार ने दो मोर्चे पर तैयारी की है। ट्विटर की मदद से एक पूर्णतः स्वचालित सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। वहीं वाणिज्य मंत्रालय ने अलग टीम भी बनाई है, जो सवालों तथा शिकायतों को रियल टाइम में संबंधित विभाग तक पहुंचाएगी और 24 घंटे के भीतर उद्यमियों को वापस जवाब देगी।
- सरकार को क्या फायदा – सरकार युवा उद्यमियों से सीधा जुड़ पाएगी और उन्हें प्रमोट कर पाएगी। इससे पहले रेलवे और ऊर्जा मंत्रालय ट्विटर के माध्यम से लोगों से सीधा जुड़ने का सफल प्रयोग कर चुके हैं।