-
अब सोशल मीडिया पर जानें संघ प्रमुख के विचार
नई दिल्ली : सांस्कृतिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के विचार अब सोशल मीडिया पर भी जाने जा सकेंगे। संघ प्रमुख अब माइक्रो ब्लागिंग सोशल साइट ट्विटर पर आ गए हैं। उन्होंने अपना वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट बना लिया है, जिस पर अब हम उनके विचार जान सकेंगे। हालांकि भागवत के बारे में कहा जाता रहा है कि वो तकनीक को लेकर काफी सेलेक्टिव हैं लेकिन संघ ने उन्हीं के कार्यकाल में इंटरनेट और सोशल मीडिया पर अपनी मजबूत पकड़ बनाई है। दरअसल, ट्विटर पर मोहन भागवत के नाम से कई फेक अकाउंट मौजूद थे, लेकिन ये पहला मौका है जबकि अब वो आधिकारिक हैंडल के साथ सोशल मीडिया पर रू-ब-रू होंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इंटरनेट और सोशल मीडिया पर आने के बाद से ही पूछा जाता रहा था कि खुद भागवत क्यों किसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नहीं हैं, लेकिन उन्हीं के हवाले से ये बातें भी मीडिया में आईं कि ट्विटर और फेसबुक पर कुछ भी पोस्ट करने में जल्दबाजी नहीं दिखाई जानी चाहिए। ये प्लेटफार्म सूचना देने के लिए हैं न कि खुद को आगे रखने के लिए। भागवत को ऐसे संघ प्रमुख के तौर पर जाना जाता है, जिन्होंने पिछले कुछ सालों में संघ को विस्तार देने के साथ नए जमाने के लिहाज से इसे मजबूती भी दी। मोहन मधुकर भागवत का जन्म महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में हुआ। उनका परिवार तीन पीढ़ियों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा है। पहले उनके बाबा नानासाहेब इससे जुड़े रहे। वो संघ संस्थापक केबी हेडगेवार के साथ मिलकर काम करते थे। इसके बाद उनके पिता मधुकर राव भी संघ से सक्रिय तौर पर जुड़े रहे। वो गुजरात के प्रचारक भी बने। मां मालती संघ के महिला विंग की सदस्य थीं। भागवत परिवार के बारे में कहा जाता है कि वो टकराव की बजाय लोगों का दिल जीतने में ज्यादा विश्वास रखते हैं।