डरे हुए हैं काबुल में फंसे भारतीय नागरिक, मोदी सरकार से लगाई गुहार, बचा लो हमें
लखनऊ: अफगानिस्तान के काबुल में कश्मीर के दो प्रोफेसर फंसे हुए हैं। इनके अलावा यूपी के गाजीपुर समेत अन्य जिलों और राज्यों के सवा सौ से अधिक लोग फंसे हुए हैं। सभी डरे हुए हैं क्योंकि फिलहाल स्थितियां ठीक नहीं हैं। कश्मीर के अलावा यूपी, बिहार समेत अन्य राज्यों के सभी भारतीय आपस में सम्पर्क बनाए हुए हैं। इसकी वजह यह है कि यदि कोई रेस्क्यू फ्लाइट की घोषणा होती है तो साथ निकल सकें।
माहौल डरावना है। दोनों प्रोफेसर अफगानिस्तान की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ा रहे हैं। जब वापसी का टिकट बुक कराया तो हालात अचानक बदलते चले गए। अब वे जहां के तहां फंसे हुए हैं। उनका कहना है कि काबुल एयरपोर्ट से हर घंटे कोई न कोई रेस्क्यू फ्लाइट जा रही है। बस भारतीय वापसी की उम्मीद में रुके हुए हैं।
बातचीत में प्रोफेसर आसिफ शाह ने बताया कि वह अफगानिस्तान की प्रतिष्ठित बाख्तर यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स पढ़ा रहे हैं। मूल रूप से श्रीनगर में रहने वाले हैं। सेंट्रल यूनवर्सिटी उत्तराखंड और चेन्नई से पढ़ाई की है। पिछले चार वर्षों से बाख्तर यूनवर्सिटी में पढ़ा रहे हैं। हालात बदलने लगे तो वतन वापसी के लिए टिकट बुक कराया। उस समय तक विमान आ रहे थे। एयरलाइंस ने कई बार उनके टिकट को रीशेड्यूल कर दिया।
एक दिन पहले जब एयरपोर्ट पहुंचे तो वहां तब तक भगदड़ मच गई थी। विमान तक पहुंच ही नहीं पाए। प्रो. शेख के अनुसार सौ से अधिक भारतीय अभी काबुल में ही फंसे हैं और देश की सरकार सेक मदद की उम्मीद लगाए बैठे हैं। मौजूदा समय वह यूनवर्सिटी के होस्टल में ही रुके हैं। खाने-पीने की अभी कोई दिक्कत नहीं लेकिन काबुल में स्थतियां सामान्य नहीं हैं। दूसरी तरफ परिवार के लोग परेशान हैं। सलामती की लगातार दुआएं मांग रहे हैं। वहीं, उनके साथ के प्रोफेसर सैयद आबिद हुसैन ने ट्वीट कर देश की सरकार से मदद मांगी है। इन दोनों ही प्रोफेसरों के ट्वीट पर सरकार के प्रतिनिधियों की तरफ से अश्वासन दिया गया है।