स्वास्थ्य

डायबिटीज के मरीजों को जरूर करना चाहिए प्याज का सेवन, होगा फायदा

मधुमेह की बीमारी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। यह हमारे गलत खान-पान और खराब जीवनशैली के कारण होता है। इस बीमारी में शरीर का रक्त शर्करा स्तर नियंत्रण में नहीं रहता है। इस कारण मरीज मोटापा ,किडनी फेलियर और दिल से संबधित बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। लेकिन प्याज मधुमेह की बीमारी को नियंत्रित करने में सहायक है । ऐसा इसलिए क्योंकि प्याज में फ्लेवेनॉइड्स पाया जाता है। इसके अलावा कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि प्याज में मौजूद फ्लेवेनॉइड्स रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखते हैं। इसके कारण मधुमेह पर काबू पाया जा सकता है। आइए जानते हैं कैसे प्याज मधुमेह को नियंत्रित रखने में मदद करती है।

फाइबर की मात्रा अधिक होना
प्याज में फाइबर की मात्रा अधिक पायी जाती है। प्याज का सेवन करने से शर्करा के रक्त में मिलने की प्रक्रिया धीमी होनी शुरू हो जाती है। जिसके कारण ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। प्याज हमारे शरीर से विषैले पर्दाथों को निकालने में मदद करता है। जिससे हमारा पेट हमेशा साफ और स्वस्थ रहता है। मधुमेह से ग्रस्त रोगियों में कब्ज की परेशानी होती है। इस स्थिति में प्याज का सेवन करने से हमारा पेट साफ रहेगा और कब्ज की समस्या में राहत मिलेगी।

कार्बोहाइड्रेट् का सेवन कम करें
मधुमेह से ग्रस्त रोगियों के लिए कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा का अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। प्याज में भी कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा कम पाई जाती है। इसलिए यह मधुमेह से ग्रस्त रोगियों के लिए फायदेमंद माना गया है।

ग्लाइसेमिक इंडेक्स मूल्य कम होना
क्या आप जानते हैं कि खाद्य उत्पादों की भी ग्लाइसेमिक इंडेक्स मूल्य होते हैं। खाद्य उत्पाद जिस तरह हमारे शरीर के ब्लड शुगर को प्रभावित करते हैं। इसी आधार पर खाद्य उत्पादों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स मूल्य भी होता है। जैसे प्याज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स मूल्य 10 है। इसी कारण यह मधुमेह के रोगियों के लिए एक अच्छी डाइट मानी जाती है।

ऐसे करें प्याज का सेवन
प्याज हमारे खाने का स्वाद दोगुना कर देता है। यह हमारे स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी ध्यान रखता है। टाइप 1 और टाइप 2 से पीड़ित रोगी प्याज को सूप ,सलाद और सैंडविच आदि में मिलाकर खा सकते हैं। लेकिन एक बार अगर आप अपने डॉक्टर से सलाह लेंगे तो यह आपके लिए काफी अच्छा रहेगा।

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