डाॅक्टरों की अनदेखी ने ली एड्स पीड़ित की जान
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रांची. झारखंड झारखंड में रिम्स का अमानवीय चेहरा एक बार फिर से सामने आया है. इलाज के अभाव और डाॅक्टरों की अनदेखी की वजह से गुरुवार को रिम्स में एक एचआईवी पोजेटिव मरीज ने दम तोड़ दिया.
मृतक के परिजन और एचआईवी पॉजिटिव संगठन के सदस्यों के अनुसार मरीज को रिम्स में भर्ती तक नहीं किया गया. हद तब हो गई कि रिम्स पहुंचने के बावजूद इलाज नहीं होने के कारण मरीज की मृत्यु हो गई.
आपको बता दें कि दिसंबर माह में तीसरी बार एचआईवी पॉजिटिव मरीज के साथ रिम्स ने अमानवीय व्यवहार किया है. इस बार हद तब हो गई जब इलाज के अभाव में मरीज ने दम तोड़ दिया.
24 घंटे तड़पता रहा मरीज, नहीं शुरू हुआ इलाज बगोदर का रहने वाला एचआईवी पॉजिटिव मरीज बुधवार की सुबह रिम्स के इमरजेंसी वार्ड में सांस की शिकायत को लेकर पहुंचा.
मृतक के परिजन ने बताया कि एचआईवी पॉजिटिव होने की वजह से उसका इलाज किसी डाॅक्टर ने नहीं किया. अंत में गुरुवार दोपहर में मरीज ने दम तोड़ दिया, जिसके बाद एचआईवी पॉजिटिव की एक संस्था से जुड़े एचआईवी ग्रसित लोगों के साथ मृतक के परिजनों ने इमरजेंसी के बाहर धरना डाल दिया.
एड्स पीड़ित को छूते तक नहीं डॉक्टर एचआईवी ग्रस्त लोगों के साथ मरीज के परिजनों ने आरोप लगाया कि रिम्स में एड्स मरीजों को डाॅक्टर हाथ तक नहीं लगाते.
उधर रिम्स के निदेशक डा बीएल शेखावत ने माना कि हाल के दिनों में रिम्स में एड्स के मरीजों के साथ डॉक्टरों की लापरवाही की घटनाएं सामने आई है.
पर उन्होंने कार्रवाई की बात करके एक बार फिर अपना पल्ला झाड़ लिया. सवाल है कि आखिर कबतक ये धरती के भगवान कहे जाने वाले डाॅक्टर एड्स पीड़ितों को हेय की नजर से देखते रहेंगे.