लखनऊ। थलसेना चिकित्सा सेवाओं के महानिदेशक(डीजीएमएस-आर्मी) लेफ्टिनेंट जनरल वीपी चतुर्वेदी ने गुरुवार को वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। यह उनका पहला लखनऊ दौरा भी था।लेफ्टिनेंट जनरल वीपी चतुर्वेदी के सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं कालेज में पहुंचने पर सेना चिकित्सा कोर केन्द्र एवं कॉलेज के सेनानायक लेफ्टिनेंट जनरल राजन चौधरी, एवीएसएम, वीएसएम सहित सेन्टर के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने स्वागत किया।‘युद्ध स्मारक’ पर माल्यार्पण कर उन्होंने वीर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। मातृभूमि की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वालों को शिद॰त से याद करने के बाद उन्हें ‘सम्मान गारद’ दिया गया। इस सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल पीयूष अंगिरेश ने किया।इसके बाद श्री चतुर्वेदी ने लखनऊ छावनी स्थित ‘मेजर लैशराम ज्योतिन सिंह प्रेक्षागृह’ पहुंचे। यहां सैनिकों को संबोधित किया। फिर वे‘एएमसी ओपन एयर प्रेक्षागृह’ आए। यहां सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हर सैनिक को अपने धर्म का पालन करना करते रहना चाहिए। इस दौरान उन्होंने मरीजां को दी जानेवाली चिकित्सा सुविधाओं में सुधार के उद्देश्य से बेहतर प्रशिक्षण एवं आधुनिकीकरण पर जोर दिया।ले. जनरल चतुर्वेदी ने सभी सभी रैंकों के सैन्यधिकारियों एवं जवानों को चिकित्सा के क्षेत्र मंे कुशल चिकित्सकीय ज्ञान को सदैव बढ़ाते रहने पर जोर देते हुए कहा ‘‘हम बेहतर चिकित्सा, कुशल नेतृत्व एवं आपसी सामंजस्य से एएमसी को उच्चता प्रदान कर सकते हैं। ‘सर्वे सन्तु निरामया’ के अनुरूप खुद को ढालने की जरूरत है।‘‘