डॉ. हाथी की मौत के 48 घंटे बाद डॉक्टर ने दिया बड़ा बयान, बोले “बच जाती उनकी जान अगर…”
जुलाई को टीवी जगत से आई एक खबर ने लोगों को झकझोर दिया था. खबर थी कि “तारक मेहता का उल्टा चश्मा” में हंसराज हाथी का किरदार निभाने वाले कवि कुमार आजाद की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी. उनके निधन की खबर आने के बाद सिनेमा जगत में मातम छा गया. कवि कुमार आजाद का अंतिम संस्कार 10 जुलाई को किया गया. इसके पीछे की वजह ये थी कि उनके पिता एक शादी में सम्मलित होने के लिए अपने पैतृक गाँव बिहार सासाराम गये हुए थे. बेटे की मौत की खबर मिलने के बाद हंसराज के पिता बुरी तरह टूट गये. जब वह वापस मुंबई पहुंचे तब जाकर कवि कुमार आजाद का अंतिम संस्कार किया गया.
अंतिम दर्शन में पहुंचे थे तमाम सितारे
कवि कुमार आजाद के अंतिम दर्शन करने के लिए बड़े-बड़े सितारे पहुंचे थे. इस दौरान उनकी ऑनस्क्रीन पत्नी अंबिका रंजनकर भी पहुंची थी. बेटे की लाश को देख पिता से रहा नहीं गया और वह फूट-फूटकर रोने लगे. हंसराज की मौत के बाद टेलीविजन की दुनिया में सन्नाटा पसर गया है. आज के समय में देखा जाए तो कवि कुमार आजाद टीवी जगत के एक जाने-माने एक्टर बन चुके थे. वह उस समय सुर्ख़ियों में आये जब उन्होंने एक साथ अपना 80 किलो वजन सर्जरी के माध्यम से कम करवाया था. अब उनके अचानक निधन ने कई बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं.
हंसराज हाथी का इलाज करने वाले डॉक्टर का बड़ा बयान
हंसराज का इलाज करने वाले डॉक्टर ने उनकी मौत के 48 घंटे बाद ऐसा बयान दिया है, जिसने सनसनी मचा दी है. डॉक्टर के बयान को जानने के बाद आप भी यही कहेंगे कि छोटी सी चूक की वजह से कवि कुमार आजाद की जान चली गयी. दिल का दौरा पड़ने के बाद हंसराज को मुंबई के वोक हार्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहाँ उनका इलाज डॉक्टर हिरावनी के नेतृत्व में हुआ. उन्होंने बताया कि दोपहर में करीब 12:10 पर उन्हें अस्पताल में लाया गया था. जिस वक्त हंसराज हाथी को अस्पताल लाया गया था, उस समय उनकी सांसे चल रही थी. जिसके बाद उन्हें तत्काल इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया. काफी मशक्कत के बाद हम उन्हें बचा नहीं पाए.
गौरतलब है कि डॉक्टर ने उनकी मौत के 48 घंटे बाद बताया है कि अस्पताल लाते-लाते उनकी ईसीजी एक दम सपाट हो चुकी थी. डॉक्टर हिरावनी ने कहा कि “बच सकती थी उनकी जान अगर डॉ. हाथी को कुछ समय पहले अस्पताल लाया जाता तो, इस छोटी सी चूक की वजह से वह आज हमारे बीच नहीं रहे. डॉक्टर के इस बयान ने लोगों को हैरान कर दिया है. सभी इसी सोच में हैं कि काश थोड़ी देर पहले हाथी को अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो, आज वह हमारे बीच होते.