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डोकलाम विवादः सेना ने दिए गांव खाली करने के आदेश

नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच डोकलाम सीमा पर पिछले दो महीनों से जारी गतिरोध के बीच सेना ने डोकलाम सीमा के पास स्थित गांवों को खाली करने का आदेश दिया है। सेना ने डोकलाम सीमा पर स्थित नाथनांग गांव में रह रहे लोगों को जल्द से जल्द गांव खाली करने का निर्देश दिया है। नाथनांग गांव डोकलाम सीमा से सिर्फ 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नाथंग गांव के लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से 33 क्रॉप के जवानों की कई टुकड़ियां डोकलाम सीमा की ओर बढ़ते हुए देखा गया है। लेकिन आशंका जताई जा रही है कि भारत-चीन के बीच युद्ध की स्थति में आम नागरिकों को बचाने के लिए सेना की ओर से ऐसा कदम उठाया गया है। डोकलाम सीमा की तरफ सैनिकों की बढ़ने की खबरों को सेना ने खंडन किया है। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि यह इंडियन आर्मी का वार्षिक अभ्यास है जो इससे पहले सितंबर के महीने में किया जाता था, लेकिन इस साल थोड़ा पहले किया जा रहा है।

बता दें कि डोकलाम सीमा के एक किलोमीटर के दायरे में चीन ने 80 टैंट लगा दिए हैं। चीनी सेना पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी की तरफ से डोकलाम में युद्धस्तर पर तैयारी की जा रही है। इससे पहले चीन कई बार भारत को युद्ध की धमकी दे चुका है। चीनी मीडिया की ओर से भी यह कहा जा रहा है कि भारत-चीन युद्ध की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। आपको बता दें कि चीन के साथ युद्ध की स्थिति से निपटने के लिए इंडियन आर्मी ने पहली बार डोकलाम सीमा पर 6 फुट लंबे जाट रेजिमेंट की तैनाती की है। जाट रेजिनेंट के इन जवानों में से कई को चीनी भाषा भी आती है। भारत के रक्षा और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था, ‘भारत ने 1962 के युद्ध से सबक सीखा। हमारी सेनाएं किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। फिर चाहे मौजूदा समय में पड़ोसी देशों के साथ जारी तनाव का मुकाबला ही क्यों ना हो।’ भारत के रक्षा मंत्री के इस बयान ने चीन के सामने बड़ी सीधी लकीर खींच दी है। भारत डोकलाम पर चीन की धौंस के आगे आत्मसमर्पण करने वाला नहीं है।

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