अद्धयात्म
तन आैर मन के लिए चरण स्पर्श क्यों है लाभदायक?
चरण स्पर्श (अभिवादन) करना जहां नैतिक आचरण की शुद्धि का परिचायक है, वहीं यह एक प्रकार से योग भी है। इससे पूरे शरीर और मन का आरोग्य बना रहता है। अथर्ववेद में मानव जीवन की आचार संहिता का एक खंड ही है, जिसमें व्यक्ति की प्रात: कालीन प्राथमिक क्रिया के रूप में नमन को प्राथमिकता दी गई है।
चरण स्पर्श (अभिवादन) करना जहां नैतिक आचरण की शुद्धि का परिचायक है, वहीं यह एक प्रकार से योग भी है। इससे पूरे शरीर और मन का आरोग्य बना रहता है। अथर्ववेद में मानव जीवन की आचार संहिता का एक खंड ही है, जिसमें व्यक्ति की प्रात: कालीन प्राथमिक क्रिया के रूप में नमन को प्राथमिकता दी गई है।