वैसे तो अपनी मोहब्बत बयां करने के लिए किसी खास दिन, मौके या वक्त की दरकार नहीं होती, लेकिन वैलेंटाइन डे को इजहार-ए-इश्क के लिए खास बताया गया है।
इस कड़ी में हम क्रिकेट जगत के उन सितारों की बात करेंगे, जिनकी लव स्टोरी किसी रोमांचक मुकाबले से कम नहीं।
वेंकेटेश से जयंती की मुलाकात उनके साथी अनिल कुंबले ने 1994 में करवाई थी। उन दिनों अनिल कुंबले यानी टीम इंडिया के जम्बो तब बेंगलुरु में टाइटन ब्रांड के लिए काम कर रहे थे और जयंती इसकी पीआरओ थीं।
वेंकटेश अपने कई इंटरव्यू में पहले ही बता चुके हैं कि जयंती ने ही उन्हें प्रपोज किया था। अगर यह काम उनके जिम्मे होता तो शायद ही वह अपने दिल की बात कभी जयंती से कह पाते।
प्रसाद ने बताया था कि जिन दिनों उनके प्यार की शुरुआत हुई थी, तब वह जयंती को प्रपोज करने से काफी घबराते थे। उनके मन में हमेशा झिझक बनी रहती थी।
हालांकि ये दोस्ती बहुत जल्दी प्यार में बदल गई। दोनों के स्वभाव और नजरिए में काफी फर्क था। इसके बावजूद उन्होंने लंबी मुलाकातों में एक-दूसरे से बातचीत करके यह जाना कि वे साथ जिंदगी बिता सकते हैं।
प्रसाद जहां शांत और मितभाषी स्वभाव के थे। वहीं जयंती लोगों से मेल-जोल में माहिर थीं। बहरहाल एक-दूजे को जानने और समझने के बाद दोनों ने 22 अप्रैल 1996 को दोनों ने शादी कर ली।
हालांकि आपको जानकर यह हैरानी होगी कि जयंती तलाकशुदा थीं और इस बारे में मीडिया में आने वाली रिपोर्ट्स ने प्रसाद के परिवारवालों को चिंता में डाल दिया था। इसके अलावा जयंती वेंकटेश से उम्र में 9 साल बड़ी थीं।
दोनों ने एक-दूसरे का साथ बेहतर तरीके से निभाया और दोनों का मिजाज एकदम उलट होने के बावजूद उनका तालमेल बेहतर बना हुआ है। प्रसाद और जयंती का पृथ्वी नाम का बेटा है।