तस्लीमा की भारत में रहने की अनुमति खत्म
नयी दिल्ली। निर्वासित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन की भारत में रहने की अनुमति आज समाप्त हो गई तथा इस बात के संकेत हैं कि इसको बढ़ाया जाना लगभग तय है। गह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लेखिका की प्रवास की अवधि बढ़ाए जाने संबंधी अर्जी विचार की प्रक्रिया में है। यदि इसकी अवधि बढ़ायी जाती है तो उसे अवधि समाप्त होने की तिथि से आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं किया गया है। बताया जाता है कि मंत्रालय कुछ सुरक्षा एजेंसियों की मंजूरी की प्रतीक्षा कर रहा है। तस्लीमा :52: कटटरपंथी समूहों की धमकी के चलते 1994 में बांग्लादेश से चुपचाप निकल आयी और उसके बाद से वह निर्वासित जीवन व्यतीत कर रही हैं। कटटरपंथी समूहों ने इस्लाम के खिलाफ कथित ईशनिंदा के चलते उन्हें धमकियां दी थीं। उन्हें सरकार ने 2014 में एक साल का वीजा दिया था और उसके बाद से उन्हें आज तक भारत में रहने की अनुमति दी गयी थी।
तस्लीमा स्वीडन की नागरिक हैं तथा 2004 से उन्हें निरंतर आधार पर वीजा दिया जा रहा है। वह फिलहाल दिल्ली में रह रही हैं। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तस्लीमा ने पीटीआई भाषा से कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि उनके प्रवास की अनुमति को बढ़ाने की उनकी अर्जी पर मंजूरी उसकी अवधि समाप्त होने के दिन तक नहीं दी गयी है। उन्होंने कहा कि वह अपने पासपोर्ट के साथ आज यहां विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय गयी और उन्होंने अपने प्रवास परमिट के बारे में जानकारी मांगी। लेकिन वह उस समय हैरत में पड़ गयी जब उन्हें बताया कि यह अभी तक नहीं हो पाया है।